कोविड-19 लॉकडाउन में महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ और घरेलू हिंसा के मामलों में तेजी देखी गई, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग इंटरनेट पर अधिक समय बिता रहे हैं। à¤à¤• वेब फाउंडेशन सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 52% यà¥à¤µà¤¾ महिलाओं और लड़कियों ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया है|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€, 18 सितंबर 2020: कोविड-19 लॉकडाउन में महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ और घरेलू हिंसा के मामलों में तेजी देखी गई, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग इंटरनेट पर अधिक समय बिता रहे हैं। à¤à¤• वेब फाउंडेशन सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 52% यà¥à¤µà¤¾ महिलाओं और लड़कियों ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऑनलाइन दà¥à¤°à¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का सामना करना पड़ा है, जिसमें धमकी à¤à¤°à¥‡ संदेश, यौन उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ और बिना सहमति के निजी तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ को शेयर करने जैसी वारदातें शामिल हैं। महिलाओं के लिठऑनलाइन पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤®à¥à¤¸ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ बनाने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ में मशीन लरà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ व à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (आईआईटी) रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ की à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¸ रिची नायक ने à¤à¤• à¤à¤²à¥à¤—ोरिथम विकसित किया है जो सोशल मीडिया पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤®à¥‹à¤‚ पर महिलाओं से अà¤à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾ संबंधित पोसà¥à¤Ÿ की पहचान और रिपारà¥à¤Ÿ करता है। सामाजिक समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठकिठगठइस शोध में साइंस, टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) की जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का उपयोग किया गया है। महिलाओं के जीवन को उजà¥à¤œà¤µà¤² बनाने की दिशा में यह उनका अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है। रिची मशीन लरà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग के अपने अनà¥à¤à¤µ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किसी सामाजिक समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठकरना चाहती थीं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने महसूस किया कि सोशल पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥à¤¸ पर महिलाओं को लेकर की जा रही अà¤à¤¦à¥à¤° टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ और अपमानजनक कंटेंट का पता लगाने से महिलाओं के लिठऑनलाइन पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ बनाया जा सकता है। जिसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने सहयोगी मो. अबà¥à¤¦à¥à¤² बशर के साथ मिलकर à¤à¤• à¤à¤²à¥à¤—ोरिथà¥à¤® विकसित किया और उसे इस तरह टà¥à¤°à¥‡à¤¨ किया है कि वह सोशल मीडिया पोसà¥à¤Ÿ के कंटेंट, कॉनà¥à¤Ÿà¥‡à¤•à¥à¤¸à¥à¤Ÿ और इंटेंट को समठसके। ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के कà¥à¤µà¥€à¤‚सलैंड यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ ऑफ टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ में कंपà¥à¤¯à¥‚टर साइंस की पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° रिची नायक ने कहा, "छोटी उमà¥à¤° से ही मेरी दिलचसà¥à¤ªà¥€ गणित में रही है। आईआईआई रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ में पोसà¥à¤Ÿ-गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤¶à¤¨ के दौरान मशीन लरà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से परिचित कराने के लिठमैं अपने दिवंगत सà¥à¤ªà¤°à¤µà¤¾à¤‡à¤œà¤° पà¥à¤°à¥‹. जेडी शरà¥à¤®à¤¾ को को धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ देती हूं। मà¥à¤à¥‡ आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ के विशेषजà¥à¤ž शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ के सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ और परामरà¥à¤¶ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मिला, जिसमें सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पà¥à¤°à¥‹. जीसी नायक, पà¥à¤°à¥‹. सी. मोहन और पà¥à¤°à¥‹. जेà¤à¤² गैंधर शामिल थे। सामाजिक समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के समाधान के लिठअनà¥à¤¸à¤‚धान में अपना करियर बनाने के लिठमà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करने में उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका थी।†उनका यह शोध विकिपीडिया जैसे डेटासेट के साथ मॉडलों के पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ है। जिसके बाद यूजर रिवà¥à¤¯à¥‚ डेटा के माधà¥à¤¯à¤® से इसे कà¥à¤› हद तक अपमानजनक à¤à¤¾à¤·à¤¾ से संबंधित टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग दी गई है। इसने टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ के à¤à¤• बड़े डेटासेट पर à¤à¥€ मॉडल को टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग दिया है। à¤à¤¾à¤·à¤¾ समà¤à¤¨à¥‡ की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ से लैस करने के अलावा, शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने इसे गलत और सही टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ के बीच अंतर करना à¤à¥€ सिखाया है। उनक यह शोध सोशल मीडिया पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥à¤¸ पर उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ संबंधी कंटेंट का सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¿à¤¤ रूप से पता लगाने और उसे रिपोरà¥à¤Ÿ करने की दिशा में उठाया गया à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कदम है। अà¤à¥€ तक उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ के संदिगà¥à¤§ केस को यूजर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही रिपोरà¥à¤Ÿ किया जाता था। आईआईटी रà¥à¥œà¤•à¥€ के निदेशक पà¥à¤°à¥‹. अजीत के. चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा, "मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¶à¥€ है कि आईआईटीआर की à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सह-विकसित पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग सोशल मीडिया पर महिलाओं के साथ हो रहे उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ को सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¿à¤¤ रूप से चिहà¥à¤¨à¤¿à¤¤ करने के लिठकिया जा सकता है। मà¥à¤à¥‡ आशा है कि इस तरह के संदिगà¥à¤§ पोसà¥à¤Ÿ का पता लगाने से सोशल मीडिया और à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥à¤¸ पर महिलाओं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जिस तरह से वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° किया जा रहा है उसमें सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• बदलाव आà¤à¤—ा।†वरà¥à¤· 2017 के पà¥à¤¯à¥‚ रिसरà¥à¤š सेंटर (Pew Research Centre) के à¤à¤• सरà¥à¤µà¥‡ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 39% महिलाà¤à¤‚ किसी न किसी रूप में ऑनलाइन उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ का शिकार हà¥à¤ˆ हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में, सिमेंटेक दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कराठगठनॉरà¥à¤Ÿà¤¨ सरà¥à¤µà¥‡ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, 10 में से 8 à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ किसी न किसी रूप में उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ का शिकार हà¥à¤ हैं। वहीं, 41% महिलाओं ने माना कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऑनलाइन यौन उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ का सामना करना पड़ा है।