Latest News

चमोली में बहादुर बालक व बालिकाओं द्वारा वीरता पूर्ण किए गए कार्यों को लेकर आवेदन आमंत्रित किए है।


राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार वर्ष 2020 हेतु भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली ने उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों से बहादुर बालक व बालिकाओं द्वारा वीरता पूर्ण किए गए कार्यों को लेकर आवेदन आमंत्रित किए है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 19 सिंतबर,2020, राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार वर्ष 2020 हेतु भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली ने उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों से बहादुर बालक व बालिकाओं द्वारा वीरता पूर्ण किए गए कार्यों को लेकर आवेदन आमंत्रित किए है। यह जानकारी देते हुए जिला कार्यालय के प्रभारी अधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत ऐसे बालक व बालिकाएं जिन्होंने अपने प्राण संकट में डालकर दूसरों के प्राणों की रक्षा करने या किसी दुर्घटना या किसी अपराध को रोकने जैसे साहसिक कार्य किए हैं, उनको इस साहसिक कार्य के लिए भारतीय बाल कल्याण परिषद् नई दिल्ली द्वारा हर वर्ष भांति इस वर्ष भी वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। प्रभारी अधिकारी ने जनपद के समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने तहसील क्षेत्रान्तर्गत साहसिक कार्य करने वाले ऐसे बालक व बालिकाओं की सूचना 25 सितंबर तक पुष्टि अभिलेखों सहित निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। ताकि जनपद के साहसिक कार्य करने वाले बालक, बालिकाओं की रिपोर्ट उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण के माध्यम से भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली को भेजी जा सके। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय वीरता पुरष्कार के लिए साहसिक कार्य करने वाले बालक या बालिका की उम्र 6 से 18 वर्ष एवं साहसिक कार्य की घटना 01 जुलाई 2019 से 30 सितंबर 2020 तक की अवधि की होनी चाहिए। साहसिक बालक या बालिका की दो फोटो, जन्मतिथि प्रमाण पत्र एवं सहासिक कार्य या घटना से संबधित 250 शब्दों में आख्या के साथ चिकित्सक का प्रमाण पत्र, प्राथमिक रिपोर्ट, समाचार पत्रों में प्रकाशित छायांकित उपलब्ध हो तो सत्यापित कर उपलब्ध कराने होंगे। वीरता पुरष्कार के तहत भारतीय बाल कल्याण परिषद के माध्यम से भारत अवार्ड, धु्रव अवार्ड, मार्कण्डेय आवार्ड, श्रवण आवार्ड, प्रहलाद अवार्ड, ऐकलव्य आवार्ड, अभिमन्यु आवार्ड, जनरल आवार्ड आदि विभिन्न श्रेणियों में 40 हजार से लेकर 1 लाख तक की सीमा में 25 अवार्ड दिए जाते है।

Related Post