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उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति का मजदूरों की मांगों को लेकर मानव श्रंखला बना कर विरोध प्रदर्शन ।


उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति के तत्वाधान में विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने गांधी पार्क के बाहर मानव श्रंखला बना कर केंद्र की मोदी व राज्य की त्रिवेंद्र रावत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया ।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

देहरादून 23 सितम्बर 2020, उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति के तत्वाधान में विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने गांधी पार्क के बाहर मानव श्रंखला बना कर केंद्र की मोदी व राज्य की त्रिवेंद्र रावत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया । इस अवसर पर सीटू , इंटक , एटक , एकटू , बैंक व विभिन्न यूनियनों के सदस्य गांधी पार्क के बाहर इकट्ठा हुए और मानव श्रंखला बनाई और नारेबाजी की और देश के राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन भेजे । इस अवसर पर सीटू के सचिव लेखराज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा श्रम कानूनों में जो कटोती बिल संसद में लाये है निश्चित तौर पर मजदूर विरोधी बिल है इससे मोदी सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा सामने आ गया है उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 12 घण्टे काम का आदेश जारी कर श्रमिको के ऊपर काम का बेहिसाब बोझ डाला जा रहा है जिससे 3 शिफ्ट के स्थान पर दो ही शिफ्ट चलेंगी जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों को निलंबित करने का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार की केनिनेट ने पास कर सेंटर को भेजा है जिससे श्रमक़ानून जो कि श्रमिको के सुरक्षा कवच थे उन्हें समाप्त कर मजदूरो को मालिको के रहमो करम पर छोड़ दिया गया है ।जिससे मजदूर गुलामों की जिंदगी जीने पर मजबूर होंगे । इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि यह सरकार कोरोना काल को एक अवसर के रूप में ले रही है जिस कारण वे किसान मजदूर विरोधी बिलो को संसद में जोर जबरदस्ती से पारित कराने चाहती है जिससे मजदूर ओर किसान चुप नही बैठेगा और इस सरकार को आंदोलन करके किसान व मजदुर विरोधी कानून वापस लेना पड़ेगा उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा ,रेल, बैंक ,बीमा कोल इंडिया, एयर इंडिया , व हवाई अड्डे आदि सहित तमाम सार्वजनिक संस्थानों को निजी हाथो में बेच रही है ।जिसका पुर जौर विरोध किया जाय उन्होंने 25 सितम्बर को होने वाले किसान आंदोलन को त्तराखंड ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति अपना समर्थन देगी व किसान आन्दोल में हिस्सेदारी करेंगी । इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार किसान व मजदूर विरोधी बिल वापस ले तथा संसद में मजदूरों के कानूनों को ओर पभावी बनाने के लिए बिल लाये व किसान विरोधी बिल जो संसद में अराजकता फैला कर पारित किया गया उसे वापस ले उन्होंने राज्य की तिरवेंद्र रावत सरकार को आदेहाथो लेते हुए कहा कि मजदूरो के खिलाफ साजिस बन्द करे और कॉरपोरेट को खुश करने से बाज आये । इस अवसर पर ऐटक के प्रदेश महामंत्री अशोक शर्मा ने कहा कि देश मे सभी ट्रेड यूनियन्स मोदी के मजदूर विरोधी रवये का विरोध कर रही है यह सरकार अपने कदम पीछे नही हटाती है तो आर -पार की लड़ाई लड़ी जाएगी उन्होंने श्रम कानूनों में बदलाव से 300 से कम कामगारों पर श्रमक़ानून लागू नही होने और उन्हें कभी भी कार्य से हटा देने से मजदूर बर्बाद हो जाएगा जिसका कॉरपोरेट्स नाजायज फायदा उठाएगा ।

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