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किसान विरोधी अध्यादेश को वापस लिए जाने की मांग को लेकर गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया।


अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आव्हान पर, उत्तराखंड किसान सभा, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति,जनवादी नोजवान सभा,सीटू, दलित शोषण मुक्ति संगठन, ने सरकार के किसान विरोधी अध्यादेश को संसद के मानसून सत्र में अलोकतांत्रिक तरीके से पारित किए जाने की घोर निंदा करते हुए इसे वापस लिए जाने की मांग कीतथा स्थानीय चौघानपाटा गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

देहरादून दिनांक 25 सितंबर 2020, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आव्हान पर, उत्तराखंड किसान सभा, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति,जनवादी नोजवान सभा,सीटू, दलित शोषण मुक्ति संगठन, ने सरकार के किसान विरोधी अध्यादेश को संसद के मानसून सत्र में अलोकतांत्रिक तरीके से पारित किए जाने की घोर निंदा करते हुए इसे वापस लिए जाने की मांग कीतथा स्थानीय चौघानपाटा गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया। धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि अपने6 साल के कार्यकाल में भाजपा सरकार का जनविरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है।यह सरकार पूरी तरह से साम्राज्यवादी ताकतों के आगे घुटने टेक चुकी है तथा पूरी तरह से कारपोरेट परस्त सरकार है जिसका जनता के दुःख दर्द से कोई लेना देना नहीं है।इस सरकार द्वारा अब तक लिए गए निर्णय पूर्णतः अदूरदर्शी व जनता की तकलीफों को बढ़ाने वाले रहे है।चाहे वह नोटबन्दी, जीएसटी जैसे निर्णय हो, कोरोना के खिलाफ अदूरदर्शी व बिना तैयारी के लॉक डाउन हो।अब जब जनता बेरोजगारी, भुखमरी, महंगाई से बुरी तरह जूझ रही है सरकार मजदूर तथा किसान विरोधी निर्णयों द्वारा जनता के घावों में नमक छिड़कने का काम कर रही है।अपने कारपोरेट मित्रो के मीडिया चैनल द्वारा जनता की एकता को बांटने का काम कर रही है।लेकिन अब जनता इस सच्चाई को समझ चुकी है। वक्ताओं ने कहा कि मौजूदा किसान विरोधी विधेयक भारतीय खेती और देश के किसानों को बर्बाद कर देगी।समूचे कृषि छेत्र को एग्रो कॉरपोरेट के हवाले किया जाना, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था के खात्मे की और ले जाएगा।सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को पूरी तरह खत्म कर देगा बेईमान और भीमकाय कॉरपोरेट को खाद्यान की जमाखोरी के लिए प्रोत्साहित करेगा और इस तरह से कृतिम तरीके से खाद्य वस्तुओं की तंगी पैदा कर कीमतों को बेहिसाब बढ़ा देगा।ये विधेयक देश की खाद्य सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर देगा।

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