शहीद à¤à¤—त की जयनà¥à¤¤à¥€ पर आज महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में सोशल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚सिंग के साथ à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन किया गया जिसमें अपने परिवरà¥à¤¤à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ विचारों व अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ तà¥à¤¯à¤¾à¤— से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® को नई दिशा देने वाले, देश के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के संकलà¥à¤ª को जागृत करने वाले शहीद à¤à¤—त सिंह के चरणों में कोटि-कोटि नमन किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 28 सितमà¥à¤¬à¤° 2020। शहीद à¤à¤—त की जयनà¥à¤¤à¥€ पर आज महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में सोशल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚सिंग के साथ à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन किया गया जिसमें अपने परिवरà¥à¤¤à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ विचारों व अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ तà¥à¤¯à¤¾à¤— से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® को नई दिशा देने वाले, देश के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के संकलà¥à¤ª को जागृत करने वाले शहीद à¤à¤—त सिंह के चरणों में कोटि-कोटि नमन किया। इस अवसर पर काॅलेज के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डाॅ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾ ने कहा कि देश आज शहीदों के सिरमौर सरदार à¤à¤—त सिंह की जयनà¥à¤¤à¥€ मना रहा है, माठà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के सपूत अमर शहीद à¤à¤—त सिंह जयनà¥à¤¤à¥€ पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोटि-कोटि नमन, वीरता और पराकà¥à¤°à¤® की उनकी गाथा देशवासियों को यà¥à¤—ों-यà¥à¤—ों तक पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करती रहेगी। साथ ही à¤à¤—त सिंह सदैव हम सà¤à¥€ देशवासियों के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ के अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ रहेंगे। डाॅ. बतà¥à¤°à¤¾ ने शहीद à¤à¤—त सिंह के नारे ‘लिख रहा हूठमैं अंजाम जिसका कल आगाज आयेगा-मेरे लहू का à¤à¤•-à¤à¤• कतरा कल देश में इंकलाब लायेगा’ के साथ शहीद à¤à¤—त सिंह को नमन किया। डाॅ. बतà¥à¤°à¤¾ ने बतााय कि à¤à¤—त सिंह ने à¤à¤• अवसर पर कहा था कि जीवन अपने बूते जिया जाता है, दूसरों के बूते तो जनाजा निकलता है। मà¥à¤–à¥à¤¯ अधिषà¥à¤ ाता डाॅ. संजय कà¥à¤®à¤¾à¤° माहेशà¥à¤µà¤°à¥€ ने शहीद à¤à¤—त सिंह की जयनà¥à¤¤à¥€ की पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नमन करते हà¥à¤ कहा कि जब जलियावाला बाग कांड हà¥à¤† था तो à¤à¤—त सिंह केवल 12 वरà¥à¤· के थे, इस घटना से उनके मन पर गहरा पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ा और 14 वरà¥à¤· की आयॠमें वे सà¥à¤•à¥‚ल की किताबों और कपड़ों को तà¥à¤¯à¤¾à¤—कर देश की आग बà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठनिकल पड़े। 1920 में वे पà¥à¤°à¤¥à¤® बार महातà¥à¤®à¤¾ गांधी के अहिंसा आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में शामिल हà¥à¤à¥¤ डाॅ. माहेशà¥à¤µà¤°à¥€ ने कहा कि à¤à¤—त सिंह मारà¥à¤•à¤¸ के विचारों से काफी पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ थे। उनका इंकलाब जिनà¥à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ का नारा आज à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनकी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ का आंकलन इस तथà¥à¤¯ से होता है कि अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ सरकार ने तय दिन से à¤à¤• दिन पूरà¥à¤µ ही उनको फांसी दे दी ताकि जन आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ से अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ सरकार को परेशानी न हो। राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के असि. पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° विनय थपलियाल ने कहा कि सरदार à¤à¤—त सिंह को केवल à¤à¤• कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ के रूप में नहीं अपितॠगहन अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¤¶à¥€à¤² दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤• के रूप में देखा जाना चाहिठऔर उनके कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ के विचारों को नयी पीà¥à¥€ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करना चाहिà¤à¥¤