शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना आनंद अखाड़े दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ आज वृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° को करà¥à¤£à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— से बैजनाथ धाम पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ तथा à¤à¤—वान शिव के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठरवाना हà¥à¤ˆà¥¤
रिपोर्ट - गोपाल रावत
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना आनंद अखाड़े दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ आज वृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° को करà¥à¤£à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— से बैजनाथ धाम पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ तथा à¤à¤—वान शिव के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठरवाना हà¥à¤ˆà¥¤ बैजनाथधाम पहà¥à¤šà¤¨à¥‡ से पूरà¥à¤µ कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिकों तथा पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• अधिकारियों ने पवितà¥à¤° छडी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। नारायण बगड़ में जूना अखाड़े के मंडल शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवानंद गिरि महाराज,महत सोमकर गिरि,महंत कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ गिरि,महंत सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¾à¤¨à¤‚द के नेतृतà¥à¤µ में डा.हरपाल सिंह,बà¥à¤²à¤¾à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– यशपाल सिंह ने सैकड़ों गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ तथा सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिकों के साथ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤µà¤°à¥à¤·à¤¾ कर पवितà¥à¤° छड़ी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया तथा पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की। यहां से पवितà¥à¤° छड़ी थराली शिव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° पहà¥à¤šà¥€,जहां शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रजनीशानंद गिरि,वीडीओ देवीदतà¥à¤¤ उनियाल ने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिकों के साथ ढोल,बाजों और पà¥à¤·à¥à¤ªà¤µà¤°à¥à¤·à¤¾ के साथ पवितà¥à¤° छडी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। शिव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में à¤à¤—वान शिव के अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की गयी। कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर सà¥à¤µà¤¾à¤—त के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पवितà¥à¤° छड़ी पौराणिककालीन शिवमनà¥à¤¦à¤¿à¤° बैजनाथ धाम पहà¥à¤šà¥€à¥¤ बैजनाथ धाम में पवितà¥à¤° छड़ी का महंत à¤à¤—ीरथ गिरि,जीवन गिरि,योगेश वरà¥à¤®à¤¾,राजू à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€,मनीष वरà¥à¤®à¤¾,पवन नेगी,नंदन गिरि ने पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। बैजनाथ धाम का पौराणिक शिवमनà¥à¤¦à¤¿à¤° में मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ पं0 पूरण गिरि ने पवितà¥à¤° छड़ी का पूजन किया तथा कà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥…ू मणà¥à¤¡à¤² की यातà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ सफलतापूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराठजाने की कामना के साथ à¤à¤—वान शिव का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया। पवितà¥à¤° छड़ी के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– तथा जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज ने बताया बैजनाथ धाम 9वीं शताबà¥à¤¦à¥€ में कà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‚ंनी कतà¥à¤¯à¥‚र राजाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया गया था। बैजनाथधाम वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ कई मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ का समूह है। पौराणिक कथाओं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यहां गोमती तथा गरूड़ नदियों के संगम पर à¤à¤—वान शिव तथा पारà¥à¤µà¤¤à¥€ का विवाह हà¥à¤† था,इसलिठयह अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ शिवमनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• माना जाता है। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज ने बताया आज बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° से कूमायà¥à¤‚ मणà¥à¤¡à¤² की पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ का दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ चरण पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हो गया है। बैजनाथ धाम में कà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥‚ं मणà¥à¤¡à¤² की पà¥à¤°à¤¥à¤® पूजा के दौरान राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की सà¥à¤–-समृदà¥à¤µà¤¿,शांति तथा विशà¥à¤µ को कोरोना जैसी वैशà¥à¤µà¤¿à¤• महामारी से बचाने के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की गयी। वही बाबरी मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ विधà¥à¤µà¤‚स के सà¤à¥€ 32आरोपियों को बरी किठजाने पर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ वà¥à¤°à¥‚कà¥à¤¤ करते हà¥à¤ सà¤à¥€ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ साधà¥à¤“ं ने à¤à¤—वान बैजनाथ की विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की। बैजनाथ धाम से पवितà¥à¤° छड़ी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज की अगà¥à¤µà¤¾à¤ˆ में रातà¥à¤°à¤¿ विशà¥à¤°à¤¾à¤® के लिठकौसानी पहà¥à¤šà¥€à¥¤