जनपद पौड़ी गà¥à¤µà¤¾à¤² में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¿à¤¤à¤¾ महातà¥à¤®à¤¾ गाॅधी तथा देश के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की जयंती आज 2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2020 को जनपद à¤à¤° समसà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤µà¤¨à¥‹à¤‚ में कोविड-19 के दिशा-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सादगी से मनायी गयी।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
जनपद पौड़ी गà¥à¤µà¤¾à¤² में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¿à¤¤à¤¾ महातà¥à¤®à¤¾ गाॅधी तथा देश के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की जयंती आज 2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2020 को जनपद à¤à¤° समसà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤µà¤¨à¥‹à¤‚ में कोविड-19 के दिशा-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सादगी से मनायी गयी। पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ जिलाधिकारी/मà¥à¤–à¥à¤¯ विकास अधिकारी आशीष à¤à¤Ÿà¤—ांई ने विकास à¤à¤µà¤¨ परिसर में धà¥à¤µà¤œ फहराया। जबकि जिलाधिकारी कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ कलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ परिसर में अपर जिलाधिकारी डा0 à¤à¤¸.के. बरनवाल ने धà¥à¤µà¤œ फहराया तथा गाॅधी जी व लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ का अनवारण कर, मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। वहीं गांधी पारà¥à¤• कणà¥à¤¡à¥‹à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ में नगर पालिका अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· यशपाल बेनाम व अपर जिलाधिकारी डा0 à¤à¤¸.के. बरनवाल, उपजिलाधिकारी शà¥à¤¯à¤¾à¤® सिह राणा, अ0अ0 नगर पालिका पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª बिषà¥à¤Ÿ सहित अनà¥à¤¯ गणमानà¥à¤¯ ने गाॅधी जी की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ पर मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ किया। इस मौके पर संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विà¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पौड़ी की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गांधी जी के पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की सà¥à¤‚दर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी गई। अपर जिलाधिकारी ने महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी जीवन मूलà¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालते हà¥à¤ कहां की गरीबी से उठकर उचà¥à¤š शिखर पर पहà¥à¤‚चना शायद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की परंपरा रही है। कहां की गांधी जी ने अपना पूरा जीवन मानव सेवा में लगा दिया। उनका पूरा जीवन ही सà¥à¤µà¤¯à¤‚ में à¤à¤• इतिहास है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने बचपन से लेकर 1920 तक के अपने संघरà¥à¤· को à¤à¤• आतà¥à¤®à¤•à¤¥à¤¾ के रूप में लिखा है, जो कि अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में लिखा गया है और जिसका हिंदी रूपांतरण है सतà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—। कहा की अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ सब जानते हैं, किंतॠनकारातà¥à¤®à¤• पकà¥à¤· कोई नहीं जानता, जबकि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने अपनी इस आतà¥à¤®à¤•à¤¥à¤¾ में नकारातà¥à¤®à¤• पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ लिखा है और बताया कि किस तरह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करते हà¥à¤ सतà¥à¤¯ के दिशा में बà¥à¤¤à¥‡ गà¤à¥¤ अपर जिलाधिकारी ने कहा कि गांधी जी 9 जनवरी 1915 दकà¥à¤·à¤¿à¤£ अफà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ आà¤, इसलिठ9 जनवरी को अंतराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€ दिवस मनाया जाता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने कई संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद à¤à¥€ अपना आतà¥à¤®à¤¬à¤² नहीं खोया और आगे बà¥à¤¤à¥‡ गà¤à¥¤ कहा कि हमें उनके विचार, आदरà¥à¤¶ अपने जीवन में उतारने चाहिठऔर छोटी-छोटी कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी और लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी के विचार, उनके आदरà¥à¤¶, जीवन जीने का मूलà¥à¤¯ आदि हमारे लिठधरोहर है।