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अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद् हरिद्वार इकाई के पदाधिकारियों की घोषणा


उत्तरी हरिद्वार के एकता भवन में अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद् हरिद्वार इकाई के पदाधिकारियों की घोषणा के साथ नियुक्ति पत्र प्रदान किये।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 4 अक्टूबर 2020। उत्तरी हरिद्वार के एकता भवन में अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद् हरिद्वार इकाई के पदाधिकारियों की घोषणा के साथ नियुक्ति पत्र प्रदान किये। जिले की टीम में पं. विपिन कुमार शर्मा जिला अध्यक्ष, पं. राजीव पाराशर जिला संयोजक, पं. राजेश अवस्थी जिला प्रभारी, पं. जुगल किशोर पाठक, पं. सुमित कुमार भारद्वाज, पं. चन्द्र किशोर दुबे, पं. रविन्द्र उनियाल, पं. सचिन शर्मा जिला उपाध्यक्ष, पं. विकास शर्मा जिला महामंत्री, पं. आनन्द वर्थवाल, पं. शशिकान्त शर्मा, पं. कपिल शर्मा जौनसारी जिला संगठन मंत्री, पं. उमाकान्त ध्यानी कोषाध्यक्ष, पं. प्रमोद गिरि, पं. प्रशांत शर्मा शोसल मीडिया, पं. उदय कुमार पाण्डे, पं. रसपाल शर्मा, पं. प्रशांत शर्मा, पं. विजय ग्वाडी, पं. सिद्धार्थ कौशिक, पं. मनीष कपिल को जिला कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डाॅ. प्रेम चन्द शास्त्री उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, संरक्षक पं. बृजभूषण विद्यार्थी चिरंजीवी भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस मौके पर डाॅ. पे्रमचन्द शास्त्री ने सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निःस्वार्थता के लिए संगठन में आना चाहिए, एक दूसरे पर कभी भी दोषारोपण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा ब्राह्मण ने हमेशा संसार के कल्याण की सोची है चाहे कोई कुछ भी कहता रहे ब्राह्मण ही पूरे जगत के लिए कल्याणकारी रहेगा। परिषद के प्रदेश संयोजक पं. बालकृष्ण शास्त्री ने कार्ययोजना रखते हुए कहा कि अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद् का गठन ब्राह्मणों के स्वाभिमान की रक्षा करने, उनकी सुरक्षा, सहयोग एवं जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक शासन प्रणाली में संगठित समाज की ही आवाज सुनी जाती है। हमारे संगठित नहीं होने के कारण हमारी सर्वत्र उपेक्षा की जा रही है। हमारे पूर्वजों को लक्ष्य कर झूंठ एवं मनगढ़न्त कहानियां गढ़कर हमें निशाना बनाया जा रहा है और विभिन्न जातिवादी संगठन एवं राजनैतिक दल हमारे प्रति घृणा तथा द्वेष की भावना पैदा कर रहे हैं। राजनैतिक दलों में उपस्थित हमारे स्वजातीय नेता भी इस सम्बन्ध में चुप रहते हैं और प्रायः हमारे विरुद्ध पारित होने वाले नित नये नियम-कानूनों पर अपनी सहमति जताते हैं, क्योंकि वे जातीय गौरव से रहित एवं छुद्र स्वार्थ के लिए अपना स्वाभिमान दांव पर लगाकर राजनीति में आये हैं। जबकि दूसरी जातियों के नेता अपनी जाति एवं वर्ग के साथ खुलकर खड़े होते हैं, उनके सम्मेलनों में जाते हैं, उनकी मांगांे के समर्थन में संसद एवं विधान सभाओं में आवाज बुलन्द करते हैं। कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 7 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 1021 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है। जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 43 एफआईआर, सोशियल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 1400 तथा मास्क न पहनने पर 4551 लोगों को दंड स्वरूप जुर्माना लगाया गया। महामारी अधिनियम के तहत क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01 तथा पुलिस एक्ट के तहत 2311 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन के माध्यम से अब तक 2756 मास्क भी वितरित किए गए है।

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