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गुरू का स्थान ईश्वर से भी ऊंचा-श्रीमहन्त ज्ञानदेव सिंह


श्री निर्मल संतपुरा में आज शनिवार को गुरुजन स्मृति दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार 21 सितंबर। कनखल स्थित श्री निर्मल संतपुरा में आज शनिवार को गुरुजन स्मृति दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर गुरु महाराज संत हरनाम सिंह जी, संत हीरा सिंह जी, महामंडलेश्वर रघुवीर सिंह शास्त्री जी एवं महन्त महेन्द्र सिंह जी का भावपूर्ण स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्री निर्मल संतपुरा के परमाध्यक्ष महन्त जगजीत सिंह महाराज ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। स्मृति दिवस समारोह बडे ही सद्भाव और श्रद्धाभाव के साथ संपन्न हुआ। जिसमें निर्मल भेख के सभी संतों महन्तों ने सद्भावपूर्ण माहौल में भाग लिया। इस मौके पर शबद कीर्तन का आयोजन किया गया और अखण्ड पाठ का भोग चढ़ाया गया। स्मृति दिवस की अध्यक्षता करते हुए श्री निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज वेदांतचार्य ने कहा कि निर्मल संतपुरा के सभी गुरुजनों का वैदिक संस्कृति और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी का प्रचार-प्रसार करने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने निर्मल संतपुरा के ब्रह्मलीन महन्त महेंद्र सिंह महाराज की जमकर तारीफ करते हुए कहा की उन्होंने समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया। वे संतो और समाज के बुद्धिजीवियों को सम्मान देते थे। समाज का हर तबका उनका सम्मान करता था। महन्त महेन्द्र सिंह महाराज के उत्तराधिकारी महन्त जगजीत सिंह महाराज की तारीफ करते हुए श्रीमहन्त ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि वे अपने गुरूओं के बताये मार्ग पर चलते हुए समाज सेवा के कार्य में निरंतर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गुरूओं का स्थान ईश्वर से भी ऊंचा। महन्त जगजीत सिंह महाराज ने कहा कि गुरू ही शिष्य का ईश्वर से साक्षात्कार कराता है। गुरू के बिना ज्ञान प्राप्त नहीं होता है। उन्होंने कहा कि उनके गुरूजनों ने हमेशा मानव मात्र के कल्याण के लिए कार्य किया और निर्मल संतपुरा समाज सेवा के कार्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। कार्यक्रम का संचालन महन्त मोहन सिंह ने किया। जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि निर्मल संतपुरा के सभी गुरूजनों की राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी केशवानंद महाराज ने कहा कि निर्मल संतपुरा द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में किए गए कार्य को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस संस्था के गुरूजनों का जीवन अनुकरणीय है। इस अवसर पर महन्त सुरेन्द्रमुनि, महन्त रेशम सिंह, महन्त मंजीत सिंह, महन्त बलवन्त सिंह, महन्त काश्मीर सिंह भूरीवाले, महन्त हाकम सिंह, कोठारी महन्त जसविन्दर सिंह शास्त्री, महन्त तीरथ सिंह आदि ने अपने विचार रखे और निर्मल संतपुरा के द्वारा धार्मिक और सामाजिक कार्यों में निभाई गई भूमिका की जमकर तारीफ की। स्मृति दिवस समारोह के अवसर पर बाबा मोहन सिंह, महन्त काश्मीर सिंह, नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, महन्त स्वरूप सिंह, महन्त सतनाम सिंह, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के उपसचिव स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज, महन्त अमनदीप सिंह, महन्त हर्षवर्धन सिंह, महन्त चमकोर सिंह लोहगढ़, महन्त हरबंश सिंह, महन्त चमकोर सिंह, महन्त प्रेम सिंह, महन्त गोपाल सिंह, महन्त बाबू सिंह, महन्त जसवीर सिंह, महन्त जीत सिंह, महन्त रघुवीर दास, महन्त प्यारा सिंह रघुवीर बाग वाले, संत लोचन सिंह, महन्त खेम सिंह, महन्त हरभजन सिंह, महन्त आसाराम, संत जसकरण सिंह, संत संदीप सिंह, संत रोहित सिंह समेत कई संत-महन्त और महामंडलेश्वर उपस्थित थे।

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