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एचआरडीए की कालोनी का सीवर गंगा में 1996 में काटी थी श्याम लोक आवासीय कालोनी


हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (एच आर डी ए) की श्याम लोक आवासीय कॉलोनी भूपतवाला का सीवर केले वाली पुलिया के नाले से सीधे गंगा में पहुंच रहा है।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¤à¤¨à¤®à¤£à¥€ डोभाल

हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (एच आर डी ए) की श्याम लोक आवासीय कॉलोनी भूपतवाला का सीवर केले वाली पुलिया के नाले से सीधे गंगा में पहुंच रहा है। उत्तर दिशा से हरिद्वार इस कालोनी से शुरू होता माना जा सकता है। प्रसिद्ध शांतिकुंज के ठीक सामने है। प्राधिकरण ने 1996 में यह कालोनी काटी थी। 86 प्लॉटों की इस कॉलोनी में 35 कोठियां बन चुकी हैं। प्राधिकरण ने कॉलोनी में सीवर लाइन तो डाल रखी है लेकिन उसकी निकासी प्राकृतिक स्रोत के पानी के नाले में है। अक्सर भू-माफियाओं, कॉलोनाइजरों पर लोग इस प्रकार आरोप लगते सुने जाते रहे हैं कि प्लाट बेचने के लिए सीवर लाइन पाइप डाल देते हैं। लोग जब घर बना लेंते हैं तब पता चलता है सीवर लाइन कहीं जुड़ी ही नहीं है। लेकिन जिस अथॉरिटी का गठन ही नियोजित विकास और शहर को सजाने संवारने के लिए किया गया था वह भी भू माफियाओं की तरह प्लॉट बेचने के लिए लोगों को झांसा देगा यह सोचा नहीं जा सकता है लेकिन यह सच है कि इस मामले में उसने भू माफियाओं को भी मात दी है। कॉलोनी निवासी डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि प्राधिकार ने कॉलोनी में सीवर लाइन डाल रखी है। यह जानते हुए भी कि क्षेत्र में में सीवर लाइन नहीं है इसके बावजूद उसने सेफ्टी टैंक नहीं बनाया है तथा सीवर की निकासी सीधे नाले में हो रही है। यह नाला केले वाली पुलिया से होकर हर की पैड़ी के ऊपर स्थित लोकनाथ नाले में गिरता है जिससे गंदगी हर की पैड़ी पहुंचती है। डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि कॉलोनी की सीवर तथा अन्य सुविधाओं का विकास कराने की मांग को लेकर प्राधिकरण उपाध्यक्ष तथा सचिव को कई बार ज्ञापन दिए गए हैं। प्राधिकरण ने कॉलोनी वासियों से सभी मूलभूत सुविधाओं के लिए विकास शुल्क लिया है इसके बावजूद उसने कॉलोनी को अपेक्षित छोड़ रखा है। उन्होंने बताया कि कुंभ से पहले कालोनीवासियों की ओर मेलाधिकारी एवं उपाध्यक्ष एच आर डी ए को कालोनी की सीवर लाइन को में सीवर लाइन से जुड़वाने की मांग की गई है। यही नहीं इस नाले में कई अन्य कॉलोनियों, होटलों,आश्रम वालें भी गंदगी छोड़ते हैं। कुछ तो रात में गंदगी को पंप चला कर नाले में छोड़ देते हैं। निर्माण एवं अनुरक्षण शाखा पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता आरके जैन ने भूपतवाला क्षेत्र में सीवरेज सुविधा से वंचित क्षेत्रों को सीवर लाइन डालने का काम कुंभ मेला समाप्त होने के बाद जून 2021से शुरू करने की योजना है। इसका मतलब है कि कुंभ तक गंदगी गंगा में जाती रहेगी। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए 512 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण कर दिया है। दावा किया गया कि कुंभ 2021 में निर्मल और अविरल गंगा में श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।

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