परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से पूरा विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 12 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से पूरा विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ विशà¥à¤µ की अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, लोगों का सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, जीवनशैैली, सोचने और देखने का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ के साथ जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सजगता और बॠगयी है। वही दूसरी ओर कोरोना के समय में आपसी पà¥à¤°à¥‡à¤®, à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¤¾, दूसरों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दया, करूणा और अपनेपन की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ à¤à¥€ विकसित हà¥à¤ˆ है। इस समय लोगों ने दिल खोल कर वंचितों और अà¤à¤¾à¤µà¤—à¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ लोगों की मदद के लिये हाथ आगे बà¥à¤¾à¤¯à¤¾ तथा अनजान लोगों की सहायता के लिये à¤à¥€ लोग आगे आये, अनेक लोगों के जीवन में कोरोना वाॅरियरà¥à¤¸ देवदूत बनकर आये, सच मानों तो इन दिनों में सचà¥à¤šà¥€ मानवता के à¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨ हà¥à¤¯à¥‡à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि कोरोना काल कब तक चलेगा, उसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ सब कà¥à¤› सामानà¥à¤¯ कब तक होगा इसे शायद अà¤à¥€ कोई नहीं जानता परनà¥à¤¤à¥ इस समय जब, सà¥à¤•à¥‚ल, काॅलेज, कà¥à¤› आफिस, और कà¥à¤› अनà¥à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बंद हैं,à¤à¤¸à¥‡ में समय का उपयोग कैसे करें? अगर समय का सही पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन नहीं किया गया तो जीवन में तनाव बà¥à¥‡à¤—ा और निराशा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होगी, इसलिये विशेष तौर पर यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये बहà¥à¤¤ जरूरी है की अपने समय का सही पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में जितने à¤à¥€ लोग रह रहे हैं, उन सà¤à¥€ के पास 24 घनà¥à¤Ÿà¥‡ ही होते हैं, परनà¥à¤¤à¥ कोई उसका सही उपयोग कर जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦, महातà¥à¤®à¤¾ गांधी, à¤à¤—तसिंह आदि बन जाते है। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का इतिहास गवाह है, अगर हम इतिहास को देखें तो à¤à¤¸à¥‡ कई उदाहरण मिल जाà¤à¤—ें, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने छोटे से जीवन काल में ही इतिहास रच दिया। शंकराचारà¥à¤¯ जी को केवल 32 वरà¥à¤· का ही जीवन काल मिला था उसमें ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चारों मठों की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾, अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ वेदांत की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ कर हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤® का आधार सà¥à¤¤à¤‚ठखड़ा कर दिया। विवेकाननà¥à¤¦ जी को ईशà¥à¤µà¤° ने 40 वरà¥à¤· का जीवन काल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया उसमें उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिनà¥à¤¦à¥‚धरà¥à¤® की पताका को विशà¥à¤µ के अनेक देशों में फहरायी। à¤à¤—तसिंह केवल 23 वरà¥à¤·à¥‹ तक जिये परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ कर गये और कà¥à¤›, लिख गये, जिससे इतिहास में उनका नाम सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ में लिखा गया।