पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 100वीं जयंती पर 100 रूपये के विशेष सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• सिकà¥à¤•à¥‡ का विमोचन किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विजयाराजे सिंधिया जी ने अपना जीवन गरीबों के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 100वीं जयंती पर 100 रूपये के विशेष सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• सिकà¥à¤•à¥‡ का विमोचन किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विजयाराजे सिंधिया जी ने अपना जीवन गरीबों के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया। उनके लिठराजसतà¥à¤¤à¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ जन सेवा अहम थी। नारी शकà¥à¤¤à¤¿ के बारे में वो कहती थी कि जो हाथ पालने का à¤à¥à¤²à¤¾ सकते हैं, तो वे विशà¥à¤µ पर राज à¤à¥€ कर सकते हैं। आज नारी शकà¥à¤¤à¤¿ हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आगे बॠरही हैं और देश का नाम रोशन कर रही हैं। विजयाराजे सिंधिया à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ थी। साधना, उपासना , à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ उनके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¤¨ में रची बसी थी। जेल में रहते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा था कि अपनी à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सीना तान कर जीने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ मिले इस उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से हमें आज की विपदा को धैरà¥à¤¯ के साथ à¤à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ चाहिà¤à¥¤ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी ने कहा कि कोई à¤à¥€ साधारण वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जिसके अदंर योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ , पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ व देश की सेवा की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है, वह इस लोकतंतà¥à¤° में à¤à¥€ सतà¥à¤¤à¤¾ को सेवा का माधà¥à¤¯à¤® बना सकता है। जन सेवा के लिठकिसी खास परिवार में ही जनà¥à¤® लेना जरूरी नहीं हैं। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के लिठराजमाता ने अपना वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पद à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा के लिठन जीवन जिया और न ही राजनीति की। सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ से लेकर आजादी के कई दशकों तक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजनीति के हर अहम पड़ाव की वे साकà¥à¤·à¥€ रहीं। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी ने कहा कि विजया राजे जी ने à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखा है कि à¤à¤• दिन ये शरीर यहीं रह जायेगा। आतà¥à¤®à¤¾ जहां से आई है, वहीं चली जायेगी। शूनà¥à¤¯ से शूनà¥à¤¯ में, सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ रह जायेंगी। अपनी इन सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मैं उनके लिठछोड़ जाऊà¤à¤—ी। जिनसे मेरा सरोकार रहा है, जिनकी मैं सरोकार रही हूं। मैं सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हूं कि उनकी सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में मà¥à¤à¥‡ विशेष सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• सिकà¥à¤•à¥‡ के अनावरण का अवसर मिला। इस अवसर पर वरà¥à¤šà¥à¤…ल माधà¥à¤¯à¤® से राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ बेबी रानी मौरà¥à¤¯, मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत, अनà¥à¤¯ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤², मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ जन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤—ण जà¥à¥œà¥‡ थे।