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पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ मास्टर प्लान को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विचार विमर्श एवं चर्चा की।


र्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ मास्टर प्लान को लेकर बुधवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विचार विमर्श एवं चर्चा की।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 22 अक्टूबर,2020, पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ मास्टर प्लान को लेकर बुधवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विचार विमर्श एवं चर्चा की। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ में रह रहे लोगों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए बद्रीनाथ धाम को एक आध्यात्मिक टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा। बद्रीनाथ मास्टर प्लान की विस्तार से जानकारी देते हुए पर्यटन सचिव ने विभिन्न विभागों से बद्रीनाथ में प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन कार्यो पर भी चर्चा की। कहा कि मास्टर प्लान को ध्यान में रखते हुए ही बद्रीनाथ में आगे के निर्माण कार्य किए जाए। पर्यटन सचिव ने कहा कि मास्टर प्लान को कार्यन्वयन करने में जिला प्रशासन की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने प्रस्तावित मास्टर प्लान को लेकर बद्रीनाथ में डिटेल सर्वे करने, सर्वे के आधार पर भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव तैयार करने तथा प्रभावित लोगों के पुर्नवास हेतु लैंडबैंक तैयार करने को कहा। पर्यटन सचिव ने कहा कि बद्रीनाथ मंदिर पहले की तरह देवदर्शनी एवं पूरे बद्रीनाथ टाउन में हर छोर से दिखाई दे इस पर विशेष फोकस रखा जाए। पर्यटन सचिव ने ब्रदीनाथ मास्टर प्लान में प्रस्तावित कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। कहा कि बद्रीनाथ धाम में तालाबों के सौन्दर्यीकरण, स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमैंट, मंदिर एवं घाट का सौन्दर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फेसलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत चरणबद्व ढंग से प्रस्तावित किए गए है। यात्री सुविधाओं के लिए पहले चरण में शेष नेत्र, बदरीश झील एवं मंदिर के आसपास के क्षेत्र में कार्य किया जाएगा। दूसरे चरण में मुख्य मंदिर, नदी तटों, घाटों एवं आसपास के स्थलों को सुसज्जित व विस्तारीकरण किया जाएगा। तत्पश्चात अंतिम चरण में शेष नेत्र से बदरीनाथ मंदिर तक आस्थापथ निर्माण का कार्य होगा। अगले वर्ष मार्च से विकास के निर्माण कार्य शुरू होगें। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड, नगर नियोजन विभाग ने पहले ही बद्रीनाथ धाम के विकास के लिए मास्टर प्लान-2025 तैयार किया है। इस प्लान के कम्पोनेंट और धाम में वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए लगभग 85 हैक्टियर क्षेत्रफल में सुविधाओं को विकसित करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। जिससे इस पूरे हिल टाउन में सुव्यवस्थित ढंग से ट्रैफिक मैनेजमेंट हो सके और तीर्थ यात्रियों को यहाॅ पर धार्मिक और आध्यात्म की अनुभूति मिल सके। उन्होंने कहा कि यहाॅ के हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों एवं स्थानीय निवासियों के हितों, उनके रोजगार एवं आजीविका को ध्यान में रखते हुए यहाॅ पर मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जाएगें। पर्यटन सचिव ने कहा कि हर साल लगभग 12 लाख श्रद्वालु बद्रीनाथ पहुॅच रहे है। वर्तमान में रेलवे और आॅलवेदर सड़क का कार्य पूरा होने पर यहाॅ हर वर्ष 30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुॅचेंगे। तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बद्रीनाथ टाउन में ट्रैफिक मैनेजमेंट एवं यात्री सुविधाओं को जुटाना आवश्यक है।

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