अमेरिका में दिवाली पर चाइनीज à¤à¤¾à¤²à¤°à¥‹à¤‚ की जगह जममगाà¤à¤‚गे उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के दीये, ऑरà¥à¤¡à¤° हर रोज बन रहे लाखों दीप|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में काली मिटà¥à¤Ÿà¥€ के बरà¥à¤¤à¤¨ के लिठमशहूर आजमगढ़ के निजामाबाद कसà¥à¤¬à¥‡ में इस बार कà¥à¤› खास रौनक है। इस बार दीये की विशेष मांग अमेरिका से आई है। दरअसल, कोरोना के चलते चाइनीज à¤à¤¾à¤²à¤°à¥‹à¤‚ से इस बार अपने ही देश में नहीं बलà¥à¤•à¤¿ अमेरिका जैसे देश ने à¤à¥€ दूरी बना ली है। अब अमेरिका के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤‚शियों ने à¤à¥€ इस बार की दीपावली के लिठचाइनीज à¤à¤¾à¤²à¤°à¥‹à¤‚ को ना और मिटà¥à¤Ÿà¥€ के दीयों को हां कहना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है। तà¤à¥€ तो सात समंदर पार हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ के आजमगढ के छोटे से कसà¥à¤¬à¥‡ में à¤à¥€ इसका असर साफ नजर आ रहा है।कसà¥à¤¬à¥‡ में दिन रात दो सौ कलाकार मिटà¥à¤Ÿà¥€ के दीये बनाने में जà¥à¤Ÿà¥‡ हैं। बिजली से चलने वाले इन कालाकारों के चाक अब बिजली जाने पर ही कà¥à¤› घंटों के लिठबंद हो पा रहे हैं। हर कलाकार à¤à¤• दिन में छह हजार से अधिक दीये बना रहा है। पिछले बीस दिनों से सपà¥à¤²à¤¾à¤ˆ जारी है। अब तक 50 लाख से अधिक दीयों की सपà¥à¤²à¤¾à¤ˆ की जा चà¥à¤•à¥€ है।दीपावली के लिठहमारी वरà¥à¤· à¤à¤° तैयारी चलती रहती है। तब जाकर कहीं हम लोग इतनी बड़ी सपà¥à¤²à¤¾à¤ˆ पूरी कर पाते हैं। इस बार बाहर की डिमांड के पीछे की वजह कोरोना है।