मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी की आराधना से à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की सà¤à¥€ मनोकामनाà¤à¤‚ पूरà¥à¤£ होती हैं जो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी के दरà¥à¤¶à¤¨ करते हैं उनके जीवन के सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का निवारण सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही हो जाता है।
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 28 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी की आराधना से à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की सà¤à¥€ मनोकामनाà¤à¤‚ पूरà¥à¤£ होती हैं। जो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी के दरà¥à¤¶à¤¨ मातà¥à¤° कर लेते हैं। उनके जीवन के सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का निवारण सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही हो जाता है। और उनका जीवन सदैव सफलता की और अगà¥à¤°à¤¸à¤° रहता है। उकà¥à¤¤ उदà¥à¤—ार नील परà¥à¤µà¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सिदà¥à¤§à¤¸à¥à¤¥à¤² मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी मंदिर के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत रोहित गिरी महाराज ने मंदिर पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की सूकà¥à¤·à¥à¤® आराधना से ही पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मनवांछित फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। और सà¥à¤– समृदà¥à¤§à¤¿ से परिपूरà¥à¤£ करती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी की आराधना नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में विशेष पà¥à¤£à¥à¤¯à¤«à¤²à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ होती है। कल (आज) से शà¥à¤°à¥‚ होने वाले नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के पावन अवसरपर मंदिर पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण में मां à¤à¤—वती की विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ पूरà¥à¤£ नवरातà¥à¤° की जाà¤à¤—ी। गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पंडितों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दà¥à¤°à¥à¤—ा सपà¥à¤¤à¤¶à¤¤à¥€ के पाठका आयोजन किया जाà¤à¤—ा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को यश, वैà¤à¤µ व कीरà¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है। और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का शेष जीवन सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही सफल हो जाता है। मां चणà¥à¤¡à¥€ देवी की कृपा कर सà¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को संरकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। और अपनी शरण में आठपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤•à¥à¤¤ के जीवन को à¤à¤µà¤¸à¤¾à¤—र से पार लगाती है। इस अवसर पर पंडित पंकज रतूड़ी, पं.पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ चमोली, पं.नवल किशोर, पं.अनिल बेलवाल, पं.राकेश कà¥à¤•à¤°à¤¾à¤², पं.राजकà¥à¤®à¤¾à¤° मिशà¥à¤°à¤¾, पं.अखिलेश गोनियाल, पं.सौरठकपà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨, पं.शशिकांत पसबोला, पं.मनमोहन कंडवाल, पं.कैलाश तिवारी आदि ने मंदिर में विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ की। इस दौरान मोहन पंवार, मोहित राठौर, विशाल कà¥à¤®à¤¾à¤°, सोनू राणा, सà¥à¤¨à¥€à¤², राजन कशà¥à¤¯à¤ª, मनोज, धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° बिषà¥à¤Ÿ, सोनू ठाकà¥à¤°, संदीप नेगी, विकास बिषà¥à¤Ÿ, दीपक पाल, जितेंदà¥à¤° सिंह तोमर, सावन तांती, योगेंदà¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° आ िसहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।