महिलाà¤à¤‚ अपने आप में शकà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤°à¥‚पा--राधिका नागरथ
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 7 नवंबर। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ परिषद दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित छातà¥à¤°à¤¾ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में बोलते हà¥à¤ नगर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• कमलेश उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने कहा कि लड़कियों को खà¥à¤¦ अपने में सकà¥à¤·à¤® होना चाहिठताकि वह अपनी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कर सकें और किसी à¤à¥€ अनहोनी से अपना बचाव कर सके ।उसके लिठलड़कियों को आतà¥à¤® सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठकà¥à¤› गà¥à¤° सीखने चाहिठजो सदा उनके लिठसहायक साबित होंगे जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वे सीख कर किसी à¤à¥€ आपातकालीन सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ कर सकती है। à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ होटल में आयोजित अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ परिषद के छातà¥à¤°à¤¾ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में जिले à¤à¤° से अलग-अलग कॉलेज की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने à¤à¤¾à¤— लिया ।सोशल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚सिंग का पालन करते हà¥à¤ सà¤à¥€ छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने विषय वसà¥à¤¤à¥ विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ से महिला सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ जीवन में सफलता के रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सीखा। चिंतक ,विचारक à¤à¤µà¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डॉ राधिका नागरथ ने कहा की महिलाà¤à¤‚ अपने आप में शकà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤°à¥‚पा है और अब तो वह पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ में à¤à¥€ निरà¥à¤à¤¯ होकर अपनी जोरदार उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दरà¥à¤œ करवा रही हैं। चाहे वह साधारण पेटà¥à¤°à¥‹à¤² पंप पर ऑपरेटर का काम हो या अंतरिकà¥à¤· की कोई उड़ान। जीवन में सफलता पाने के लिठहमें सदैव करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ निषà¥à¤ ा और ईमानदारी का मारà¥à¤— अपनाना चाहिठ। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤—वत गीता में à¤à¥€ कहा गया है, जो ठीक है उसी को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करें, ना कि जो पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है उसके पीछे à¤à¤¾à¤—े, ईशà¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ जिस मारà¥à¤— को à¤à¥€ सही बतलाती है, उसी का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करना चाहिà¤à¥¤à¤‹à¤·à¤¿à¤•à¥à¤² आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ सीमा जोशी ने कहा कि अपनी पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को जानकर हर ऋतॠमें खान-पान का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रहा जा सकता है और आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ जीवन जीने की à¤à¤• कला है, जिसको हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को जानना चाहिà¤à¥¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के इतिहास विà¤à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉकà¥à¤Ÿà¤° हिमांशॠपंडित ने à¤à¤¬à¥€à¤µà¥€à¤ªà¥€ के इतिहास पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन हिमानी बिषà¥à¤Ÿ ने किया। जिसने अपनी मनमोहक सà¥à¤µà¤°à¤šà¤¿à¤¤ रचनाओं से सà¤à¤¾à¤—ार में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पूरे जिले से आई छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं में à¤à¤• नई ऊरà¥à¤œà¤¾ का संचार किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को सफल बनाने में डॉ० हिमांशॠपणà¥à¤¡à¤¿à¤¤,राहà¥à¤² सारसà¥à¤µà¤¤,अमन कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹à¤¾,राहà¥à¤² चौधरी,काजल थापा,ईशा बदलवाल,चरà¥à¤šà¤¿à¤¤ बालियान,पà¥à¤²à¤•à¤¿à¤¤ राजा तथा कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संयोजिका निवेदिता का विशेष योगदान रहा।