सामानà¥à¤¯ सरà¥à¤¦à¥€ से लड़ने के लिठबनी कà¥à¤› à¤à¤‚टीबॉडी कोविड-19 के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° वायरस को कर सकती है बेअसर
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
सामानà¥à¤¯ सरà¥à¤¦à¥€ से लड़ने के लिठबनी कà¥à¤› à¤à¤‚टीबॉडी कोविड-19 के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° वायरस को बेअसर कर सकती है।à¤à¤• नठअधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने 16 साल से कम उमà¥à¤° के उन 44 फीसदी बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में इस बहà¥à¤®à¥à¤–ी à¤à¤‚डीबॉडी की मौजूदगी दरà¥à¤œ की, जो कोविड-19 से संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ नहीं हà¥à¤ थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पाया कि इस à¤à¤‚टीबॉडी के कारण उन पर कोरोना वायरस पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ नहीं हो पाया। हालांकि केवल पांच फीसदी बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों में यह à¤à¤‚टीबॉडी पाई गई।फà¥à¤°à¤¾à¤‚सिस कà¥à¤°à¤¿à¤• इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट और यूसीà¤à¤² के शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने कोरोना महामारी शà¥à¤°à¥‚ से होने से काफी पहले à¤à¤•à¤¤à¥à¤° किठगठरकà¥à¤¤ के नमूनों में मौजूद à¤à¤‚टीबॉडी का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर यह दावा किया है। उनका जोर à¤à¤‚टीबाडी के उन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का पता लगाने पर था जो अनà¥à¤¯ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥‹à¤‚ में नहीं देखी गई हों।उनका मकसद कोविड-19 के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• संवेदनशील à¤à¤‚टीबाडी विकसित करना था, लेà¥à¤•à¤¿à¤¨ इसी दौरान उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस खास à¤à¤‚टीबॉडी का पता चला।शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने अपने पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤—िक परीकà¥à¤·à¤£ के पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ की गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ की जांच करने के लिठकोविड-19 के मरीजों के रकà¥à¤¤ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ उन लोगों के रकà¥à¤¤ से की जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह बीमारी नहीं थी।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¥à¤› लोगों के रकà¥à¤¤ में à¤à¤¸à¥€ à¤à¤‚टीबॉडी की मौजूदगी देखी जो कोविड-19 के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° सारà¥à¤¸-सीओवी-2 वायरस को पहचानने में सकà¥à¤·à¤® थीं।हालांकि ये लोग इस वायरस के संपरà¥à¤• में कà¤à¥€ नहीं आठथे।