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आईआईटी रुड़की ने प्रो. जे. बी. लाल मेमोरियल लेक्चर के तीसरे संस्करण का आयोजन किया


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रुड़की के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा प्रो. जे. बी. लाल मेमोरियल लेक्चर के तीसरे संस्करण का ऑनलाइन आयोजन किया गया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

रुड़की, 10 नवंबर 2020: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रुड़की के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा प्रो. जे. बी. लाल मेमोरियल लेक्चर के तीसरे संस्करण का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रो. जे. बी. लाल के योगदानों और उपलब्धियों को याद करना था। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित और रॉयल सोसाइटी, यूके के फेलो के रूप में चुने जाने वाले पहले भारतीय इंजीनियर, प्रो. मन मोहन शर्मा, एमेरिटस प्रोफेसर, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई, शामिल हुए। प्रो. मन मोहन शर्मा ने 'द एक्साइटिंग वर्ल्ड ऑफ़ केमिकल इंजीनियरिंग एंड द लाइफ़ ऑफ़ ए टीचर इन ए यूनिवर्सिटी' विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी, निदेशक-आईआईटी रुड़की, प्रो. एच. पी. वेलुस्वामी, प्रो. प्रतीक कुमार झा, प्रो. शिशिर सिन्हा, प्रो. सुशील कुमार और प्रो. ए. के. शर्मा उपस्थिति रहे। अपने संबोधन के दौरान पद्म विभूषण से सम्मानित प्रो. एम. एम. शर्मा ने कहा, “केमिकल इंजीनियरिंग तुलनात्मक रूप से इंजीनियरिंग की नई शाखा है जिसने जीवन स्तर को उच्च किया है। केमिकल इंजीनियरिंग के अन्तर्गत नैनो स्तर से मेसो स्तर तक की प्रौद्योगिकी शामिल है। केमिकल इंजीनियर वस्त्र, विनिर्माण और अन्य क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देते हैं। जैवप्रौद्योगिकी आधारित उत्पादों, विशेष रूप से डाउनस्ट्रीम प्रोसेसिंग, पृथक्करण की नई रणनीतियों, नैनोटेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट इंजीनियरिंग, फाॅर्मूलेशन इंजीनियरिंग, चिरल इंजीनियरिंग, नवीकरणीय कच्चे माल के उपयोग, विशेष रूप से लिग्निन (उदाहरण के लिए गन्ने के रस निकालने के बाद बची खोई), लीन स्ट्रीम से बड़े पैमाने पर CO2 के निष्कासन के लिए स्मार्ट केमिकल इंजीनियरिंग की आवश्यकता होगी। उभरती हुई तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रसार, और इस विषय का व्यापक दायरा इसे लिबरल इंजीनियरिंग डिसीप्लिन के रूप में वर्गीकृत कर सकता है।” “हम जे. बी. लाल मेमोरियल लेक्चर देने के लिए प्रोफेसर एम. एम. शर्मा के आभारी हैं। वे इस क्षेत्र के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित व्यक्तित्व हैं। केमिकल इंजीनियरिंग विभाग को अपनी विरासत पर गर्व है और यह इस तरह की गतिविधियों के माध्यम से अपनी सीमाओं के विस्तार का लक्ष्य रखता है। प्रोफेसर एम. एम. शर्मा का व्याख्यान छात्रों और शिक्षकों को शोध में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा” प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी, निदेशक- आईआईटी रुड़की, ने कहा।

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