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गंगा को गंदा करने वालों के खिलाफ 133 के तहत कार्रवाई की जाये : जिलाधिकारी हरिद्वार


जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0)हरिद्वार में जिला गंगा संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।

रिपोर्ट  - ALL NEWS BHARAT

हरिद्वार जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0)हरिद्वार में जिला गंगा संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने गंगा म्यूजियम के सम्बन्ध में दिये गये प्रस्ताव पर सन्तोष जताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गंगा का उद्गम स्थल-गौमुख से लेकर गंगा सागर तक गंगा की जो यात्रा है, उसके सम्बन्ध में एक वीडियो बनाकर प्रस्तुत करें। उन्होेंने कहा कि इस कार्य के लिये बजट की व्यवस्था के सम्बन्ध में सभी पक्षों से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि गंगा म्यूजियम बहुमंजिला भी हो सकता है, जिसमें एक बड़े से इम्पोरियम की व्यवस्था हो, जो काफी बड़ी एरिया में फैेला हो तथा जिसमें धार्मिक, आर्थिक तथा पर्यावरण से सम्बन्धित सभी पहलुओं का समावेश हो। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बाताया कि इस महीने के अन्त तक पूरी डी0पी0आर0 प्रस्तुत कर देंगे। बैठक में नाईसोती नाले पर हुये अतिक्रमण की चर्चा हुई, जिसमें बताया गया कि कई दुकानें नाले के ऊपर बनी हैं। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होेंने कहा कि अगर नाले की सफाई नहीं हो पाती है तो वैध ढांचा भी हटना चाहिये। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से गंग नहर बन्दी के पश्चात उसकी सफाई के सम्बन्ध में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्य में नगर निगम, सिंचाई विभाग तथा स्वयंसेवी संस्थायें लगी हुई हैं। लगभग सभी घाटों की सफाई हो चुकी है। जहां-जहां बालू या मिट्टी में कपड़े फंसे हैं, उन्हें निकालने के लिये आवश्यकता पड़ने पर मशीनों की भी मदद ली जायेगी तथा यह कार्य दो-तीन दिन में हो जायेगा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोविन्द घाट, सुभाषघाट, पन्तदीप घाट, सीताघाट, श्रवणघाट आदि स्थलों का निरीक्षण करते रहें तथा व्हाट्सऐप के माध्यम से सफाई कार्य की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत करते रहें। जिलाधिकारी ने बैठक में गंगा घाटों को गोद लेने के सम्बन्ध में अधिकारियों व पदाधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गंगा घाटों की मार्किंग समयबद्ध ढंग से यथाशीघ्र करें। उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी तक कुछ घाटों को विकसित करने के लिये व्यक्तियों/संस्थानों को सौंप देंगे। जिलाधिकारी को अधिकारियों ने बताया कि दीपावली के बाद घाटों की मार्किंग सम्पन्न हो जायेगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि घाटों को सौंपने की पूरी प्रक्रिया की रूपरेखा शीघ्र प्र्रस्तुत करें। जिलाधिकारी द्वारा जगजीतपुर में टूटे नाले के सम्बन्ध में पूछे जाने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकरण पर जांच कमेटी गठित की गयी थी, जिसकी रिपोर्ट आनी है, उसके पश्चात ही इस नाले पर कार्य शुरू किया जा सकता है। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि लोकनाथ नाला, दुर्गानाला, खड़खड़ी नाला आदि सहित 22 नाले चिह्नित हैं, ये सभी नाले निरीक्षण के दौरान टैप पाये गये हैं। उन्होंने कहा कि ऊपर से पानी आ रहा है, लेकिन वह गंगा की ओर नहीं आ रहा है। उन्होेने बताया कि प्रेमनगर आश्रम के पास आवास विकास नाला टैप है। दूरदर्शन केन्द्र व सुभाषनगर नाले का गन्दा पानी गंगा में जाने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई, जिसके सम्बन्ध में अधिकारियों ने बताया कि उसे टैप कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि हम सबका मकसद गंगा के प्रदूषण को रोकना है। अतः सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर मिलजुलकर कार्य करें। बैठक में कुछ सदस्यों ने जानकारी दी कि कुशाव्रत से ज्वालापुर तक अदृश्य सीवर का पानी गंगा में शामिल हो जाता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इसका पता लगाकर इसे बन्द किया जाये। खड़खड़ी व दुर्गापुर क्षेत्र में गंगा में गोबर बहाने की चर्चा के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ 133 के अन्तर्गत कार्रवाई की जाये। नालों में कैमरे लगाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जानकारी ली। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन-जिन नालों में कैमरे स्थापित किये जाने हैं, उनका तत्काल चिह्नीकरण करके 17 नवम्बर तक प्रस्ताव प्रस्तुत करें। भागीरथी की प्रतिमा तोड़े जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतिमा स्थापित करने का कार्य एचआरडीए को सौंपा जाये। खण्डित मूर्तियों को एक स्थान पर रखे जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 25 नवम्बर तक स्थल चिह्नीकरण कर बतायें, वहीं खण्डित मूर्तियां रखी जायेंगी। हरकी पौड़ी क्षेत्र में घरों से गन्दगी गंगा में डालने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि 20 नवम्बर तक चिह्नीकरण करके ऐसे लोगों के खिलाफ 133 के तहत कार्रवाई की जाये। जिलाधिकारी द्वारा इस क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय बनाये जाने की संभावना पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अगर स्थान मिल जायेगा तो सार्वजनिक शौचालय बनाया जा सकता है। बैठक में नीरज कुमार शर्मा, डी0एफ0ओ0, जयभारत सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, जल संस्थान, जल निगम के अधिकारीगण, रामेश्वर गौड़, प्रतिनिधि हिन्दुस्तान, टाइम्स,मनोज निषाद, सामाजिक कार्यकर्ता, शिखर पालीवाल, समन्वयक संयोजक, बीइंग भागीरथ सहित सम्बन्धित विभागों आदि के अधिकारीगण एवं संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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