à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• मनाया गया अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 15 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर, समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि महाराज के सानिधà¥à¤¯ में अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µ के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने का परà¥à¤µ है जो दà¥à¤µà¤¾à¤ªà¤° में à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गोप, गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के संग गोवरà¥à¤§à¤¨ परà¥à¤µà¤¤ की पूजा के साथ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश देने का सशकà¥à¤¤ माधà¥à¤¯à¤® बना हà¥à¤† है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर समनà¥à¤µà¤¯ सेवा टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता जनहित टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ आई.डी. शरà¥à¤®à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर में अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरि जी महाराज ने सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की थी जो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने का माधà¥à¤¯à¤® है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में à¤à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µ से अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ आयोजित किया जा रहा है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललितानंद गिरि महाराज ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ कर बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ गिरि जी महाराज ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की à¤à¤•à¤¤à¤¾, अखणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने का कारà¥à¤¯ किया था। उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ का आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशाननà¥à¤¦ गिरि जी महाराज कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• संचालन किया जा रहा है। अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट महोतà¥à¤¸à¤µ के मधà¥à¤¯ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड विधानसà¤à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर पहà¥à¤‚चे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आचारà¥à¤¯ म.मं. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि महाराज का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। इस अवसर पर विधानसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मंदिर विशà¥à¤µ में शांति और सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को कायम रखने का संदेश देने का केंदà¥à¤° है और पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरि महाराज समनà¥à¤µà¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ संत थे जिनकी परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ को वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशाननà¥à¤¦ गिरि आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ कारà¥à¤¯ कर रहे हैं।