Latest News

श्री बदरीनाथ धाम 18 नवंबर आज शीतकाल हेतु कपाट बंद होने का कार्यक्रम एवं पंच पूजाएं निम्नवत संपन्न हुई।


श्री बदरीनाथ धाम कपाट बंद होने की तिथि कल 19 नवंबर बृहस्पतिवार शाम 3.35 बजे।

रिपोर्ट  - 

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कपाट बंद हेतु पंचपूजा में रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, प्रभारी अधिकारी बदरीनाथ विपिन तिवारी, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रसाद चमोला, अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, स. मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान, वेदपाठी रवीन्द्र भट्ठ, प्रबंधक राजेन्द्र सेमवाल, लेखाकार भूपेंद्र सिंह रावत, कमेटी सहायक संजय भट्ट स.प्रबंधक अजय सती, पूजा प्रभारी केदार सिंह रावत, अनुसूया नौटियाल,दफेदार कृपाल सनवाल, हरीश जोशी, मंजेश भुजवान, विकास सनवाल,विनोद फर्स्वाण, सत्येन्द्र झिंक्वान, दर्शन रावत सहित सैकड़ों श्रद्धालु एवं तीर्थ पुरोहित एवं हक-हकूकधारी मौजूद रहे। पंच पूजाएं 15 नवंबर रविवार श्री गणेश जी के कपाट पूजा-अर्चना के बाद बंद हुए। कब क्या हुआ। 16 नवंबर सोमवार आदिकेदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद हुए 17 नवंबर मंगलवार खडग पुस्तक पूजा। वेद ऋचाओं का वाचन बंद हुआ। आज 18 नवंबर बुद्धवार महालक्ष्मी पूजन हुआ। कपाट बंद कार्यक्रम कल 19 नवंबर बृहस्पतिवार घृत कंबल सहित विभिन्न धार्मिक रस्मों विधि-विधान के साथ शाम 3 बजकर 35 मिनट शीतकाल हेतु भगवान बदरीविशाल के कपाट रावल ईश्वरीप्रसाद नंबूदरी द्वारा शीतकाल हेतु बंद किये जायेंगे। डोली प्रस्थान का कार्यक्रम 20 नवंबर शुक्रवार प्रात:9.30 बजे श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी का पांडुकेश्वर एवं रावल जी सहित आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर होते हुए जोशीमठ हेतु प्रस्थान। 21 नवंबर 10 बजे प्रात: शनिवार श्री योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ आगमन। श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह मंदिर में पूर्व पंरपरानुसार शीतकालीन पूजा-अर्चना।

Related Post