à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ पीजी कॉलेज में पà¥à¤¨à¥‡ वाली छातà¥à¤°à¤¾ मनॠकाजल की "अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पहल" यह कà¥à¤¯à¤¾ कहती हैं आइठजानते हैं कैसे की इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह पहल।
रिपोर्ट - रामेशà¥à¤µà¤° गौड़
मैं जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° आने के बाद रोजाना काॅलेज आने के लिठमà¥à¤à¥‡ जटवाड़ा पà¥à¤² जाना पड़ता है, जटवाड़ा पà¥à¤² रोजाना जाने के कारण अकà¥à¤¸à¤° कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ होती थी, जो रोजाना à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ मांगा करते थे। à¤à¤¸à¥‡ ही ये बचà¥à¤šà¥‡ रोजाना मेरे पास à¤à¥€ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ मांगने आते थे और मैं इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¤à¥€ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ नहीं देती थी। इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से बात करने की हमेशा कोशिश किया करती थी कि ये बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ से जà¥à¥œ सकें व à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की ओर कदम बà¥à¤¾ सकें। लगà¤à¤— दिसमà¥à¤¬à¤° माह तक कोशिश करने पर इन बचà¥à¤šà¥‹ से बातचीत समà¥à¤à¤µ हà¥à¤ˆà¥¤ इनसे बात करके सब कà¥à¤› पता करने पर पता चला कि कà¥à¤› बचà¥à¤šà¥‡ शिकà¥à¤·à¤¾ से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ चाहते हैं, वो à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ नहीं शिकà¥à¤·à¤¾ चाहते हैं, परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हैं जिस कारण वो रोजाना à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ मांगकर अपना पेट à¤à¤°à¤¤à¥‡ हैं। आखिर जनवरी, 2019 में इनके बीच जाने का मौका मिला, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं जान चà¥à¤•à¥€ थी कि इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से सड़कों पर बात करने से कà¥à¤› नहीं होगा, मà¥à¤à¥‡ इनके बीच जाना होगा तथा इनके माता-पिता व बड़ें बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों से बात करनी होगी। ये बचà¥à¤šà¥‡ बसनà¥à¤¤ पंचमी ;10 फरवरी, 2019 को à¤à¤• समूह बनाकर मेरे पास à¤à¤•à¤¤à¥à¤° हà¥à¤ और आखिरकार à¤à¤• कामयाबी मिली। मेरे कà¥à¤› साथियों ;हिमांशॠà¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, मनोज कà¥à¤®à¤¾à¤°, राहà¥à¤² राणा, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मंजीत कौर, गौविनà¥à¤¦, शà¥à¤à¤® नौटियाल, व मेरे माता शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अंजॠव पिता शà¥à¤°à¥€ विपिन कà¥à¤®à¤¾à¤° ने à¤à¥€ मेरे इस काम में मेरा साथ दिया और मैं विशेष रूप से à¤à¤®.à¤à¤®.जे.à¤à¤¨.;पी.जी. काॅलेज, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डाॅ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾, छातà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ अधà¥à¤·à¥à¤ िाता डाॅ. संजय कà¥à¤®à¤¾à¤° माहेशà¥à¤µà¤°à¥€ व मà¥à¤–à¥à¤¯ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ अधà¥à¤•à¤¿à¤¾à¤°à¥€ मेरी गà¥à¤°à¥‚ माठडाॅ. सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पाठक का हà¥à¤°à¤¦à¤¯ से आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करती हूठजिनके सहयोग से इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पहली बार कà¥à¤› अचà¥à¤›à¤¾ बताया गया और लिखना सिखाया हिनà¥à¤¦à¥€ का पहला अकà¥à¤·à¤°à¥¤ इसके बाद इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के बीच जाना मैंने पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• रविवार को इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ करने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ उठायी व इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को शिकà¥à¤·à¤¾ से जोड़ने का पहला पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया। फ़रवरी व मारà¥à¤š 2019 में इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पà¥à¤¨à¤¾ व लिखना सिखाकार इनके पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पास के ही सरकारी सà¥à¤•à¥‚ल में माह अपà¥à¤°à¥ˆà¤² में कराये। इसी तरह अब à¤à¥€ इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को रविवार को à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर सà¤à¥€ को सà¥à¤•à¥‚ल के लिठकाॅपी-किताबे देती हूठव पैनà¥à¤¸à¤¿à¤², रबड़, कटर, सà¥à¤•à¥‚ल बैग सबकà¥à¤› उपलबà¥à¤§à¥ कराती हूठताकि ये बचà¥à¤šà¥‡ रोज सà¥à¤•à¥‚ल जा सकें और अधिक से अधिक शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर सकें। ये बचà¥à¤šà¥‡ देश के à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ नागरिक बनकर आयें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का देश की सेवा करने का जज़à¥à¤¬à¤¾ बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है। ये सबकà¥à¤› आज मैं कà¥à¤› लोगों की मदद से करती हूà¤, जो इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ इंसान à¤à¤µà¤‚ नागरिक बनते देखना चाहता है और मैं सारे समाज से अपील करती हूठकि इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को आप à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ न दें, बलà¥à¤•à¤¿ आप इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› शिकà¥à¤·à¤¾ के लिठजैसे काॅपी, पैनà¥à¤¸à¤¿à¤² इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ की मददॠअवशà¥à¤¯ दें ताकि ये बचà¥à¤šà¥‡ पॠसकें। खà¥à¤¶à¥€ की बात यह है कि आज 15 बचà¥à¤šà¥‡ लगातार सà¥à¤•à¥‚ल जा रहे हैं और शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर रहे हैं। बाकि बचà¥à¤šà¥‡ कà¥à¤› की आयॠकम है वो पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• रविवार को पà¥à¤¤à¥‡ हैं व शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होने की कोशिश करते हैं। उन सà¤à¥€ लोगों का तहे दिल से शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ जो मà¥à¤à¥‡ आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठसहयोग कर रहे हैं और इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ से शिकà¥à¤·à¤¾ की ओर ले जा रहे हैं। ...मनॠकाजला