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हरिद्वार जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्रीय कार्यक्रम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।


जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट स्थित भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पन्त सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्रीय कार्यक्रम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार । जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट स्थित भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पन्त सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्रीय कार्यक्रम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत पंचायत राज विभाग, जल संस्थान, वैकल्पिक ऊर्जा, लघु सिंचाई, नलकूप खण्ड, चिकित्सा, समाज कल्याण, दुग्ध विकास, सहकारिता, लघु उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, रेशम, पर्यटन, सूचना, सेवा योजन, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन, कृषि, गन्ना, युवा कल्याण, खेलकूद, पेयजल, लोक निर्माण, बाल प्रतिरक्षण, खाद्य सुरक्षा, वन विभाग, सिंचाई खण्ड रूड़की, नलकूप खण्ड हरिद्वार, अल्पसंख्यक कल्याण, बाल विकास पुष्टाहार, नमामि गंगे योजना, अमृत योजना, एलोपैथिक चिकित्सा, प्राथमिक शिक्षा विभागों को जो धनराशि विभिन्न कार्यों के लिये स्वीकृत हुई थी, उसके सापेक्ष विभागों द्वारा जो व्यय किया गया, के सम्बन्ध में प्रत्येक विभाग से विस्तृत जानकारी ली तथा कुछ विभागों की नगण्य प्रगति पर कड़ी नाराजगी प्रकट की। बैठक में यह तथ्य सामने आया कि कुछ विभागों द्वारा शत-प्रतिशत, कुछ के द्वारा 60 प्रतिशत, कुछ विभागों द्वारा 50 प्रतिशत तथा कुछ के द्वारा 30 प्रतिशत की राशि ही सम्बन्धित कार्य में व्यय की है। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने बताया कि माह दिसम्बर या उससे भी पूर्व जितने भी निर्माण आदि कार्य किये जा रहे हैं, वे पूर्ण कर लिये जायेंगे। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिस भी योजना के लिये जो धनराशि जारी होती है, वह कार्य निर्धारित समय में पूरा होना चाहिये। योजना के अन्तर्गत जो धनराशि आवंटित होती है, वह सम्बन्धित योजना में व्यय होनी चाहिये, उसे बचाये रखने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रगति न होने के क्या कारण रहे, यह स्पष्ट करना होगा, जिसके लियेे सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये गये कि जिला योजना, राज्य योजना एवं केन्द्र पोषित आदि योजनाओं के अन्तर्गत जितने भी निर्माण कार्य किये जा रहे है वे निर्धारित समयावधि में पूर्ण कर लिये जायें तथा कार्याें की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। बैठक में सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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