दà¥à¤°à¥à¤—ा नवमी के अवसर पर शà¥à¤°à¥€ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ काली मंदिर में देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पूजन कर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ वितरण किया गया। नौ दिन तक अनवरतॠचलने वाली देवी दà¥à¤°à¥à¤—ा की साधना की पूरà¥à¤£à¤¾à¤¹à¥‚ति पर शà¥à¤°à¥€ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ काली पीठाधीशà¥à¤µà¤° म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने 108 कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को मां की चà¥à¤¨à¤°à¥€ व नारियल à¤à¥‡à¤‚ट कर तथा उनके चरण पूजन कर देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया।
रिपोर्ट - रामेशà¥à¤µà¤° गौड़
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 7 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। दà¥à¤°à¥à¤—ा नवमी के अवसर पर शà¥à¤°à¥€ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ काली मंदिर में देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पूजन कर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ वितरण किया गया। नौ दिन तक अनवरतॠचलने वाली देवी दà¥à¤°à¥à¤—ा की साधना की पूरà¥à¤£à¤¾à¤¹à¥‚ति पर शà¥à¤°à¥€ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ काली पीठाधीशà¥à¤µà¤° म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने 108 कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को मां की चà¥à¤¨à¤°à¥€ व नारियल à¤à¥‡à¤‚ट कर तथा उनके चरण पूजन कर देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। इस अवसर पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देवी दà¥à¤°à¥à¤—ा के नवरातà¥à¤° जीवन में नई उमंग का संचार करते हैं। माता दà¥à¤°à¥à¤—ा की कृपा से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿ दूर हो जाते हैं। कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन के अवसर पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ को हरने वाली मां दà¥à¤°à¥à¤—ा à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का सदैव कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ करती है। सà¤à¥€ को नौ दिनों तक पूरà¥à¤£ विधि विधान के साथ नवरातà¥à¤° करने चाहिà¤à¥¤ वà¥à¤°à¤¤ करने से माता पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर परिवारों के सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿ दूर करती है। माता की कृपा से परिवारों में सà¥à¤– समृदà¥à¤§à¤¿ का वास होता है। नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में मां दà¥à¤°à¥à¤—ा की आराधना व साधना करने वाले साधक में अंरà¥à¤¤à¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿ का जागरण होता है। जिससे उसके कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ होता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का संहार करने वाली तथा à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ तथा अà¤à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने वाली मां दà¥à¤°à¥à¤—ा अननà¥à¤¤ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¨à¥€ है। संसार की सà¤à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ तथा à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ माता में निहित हैं। जो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ सचà¥à¤šà¥‡ मन से मां की आराधना करता है। मां उसकी सà¤à¥€ मनोकामनाà¤à¤‚ पूरà¥à¤£ करती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पानी है तो à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में मां के दरबार में à¤à¤•à¥à¤¤ को अवशà¥à¤¯ आना चाहिà¤à¥¤ सचà¥à¤šà¥‡ मन से की गयी मां की आराधना à¤à¤•à¥à¤¤ के लिठअवशà¥à¤¯ ही फलदायी होती है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि केवल कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन करना ही परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं है। मां की पूरà¥à¤£ कृपा पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करनी है तो देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के संरकà¥à¤·à¤£ व संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ का संकलà¥à¤ª लें। देश à¤à¤° में कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बॠरहे अपराधों पर पूरà¥à¤£ रूप से अंकà¥à¤¶ लगना चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद महाराज ने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ से आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि देश की कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का जीवन सà¥à¤–द होगा तो देश पà¥à¤°à¤—ति की और अगà¥à¤°à¤¸à¤° होगा। कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ देश à¤à¤° में जनजागरूकता पैदा करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। कनà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ देश का अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ हिसà¥à¤¸à¤¾ हैं। उनका संरकà¥à¤·à¤£ संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ करना सबकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। इस अवसर पर महंत पà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द गिरी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद, आचारà¥à¤¯ पवनदतà¥à¤¤ मिशà¥à¤°, पंडित पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ पाणà¥à¤¡à¥‡, विवेकानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€, अंकà¥à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾, सागर ओà¤à¤¾, बालमà¥à¤•à¥à¤‚दानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ आदि सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ मौजूद रहे।