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भक्तों का सदैव कल्याण करती है मां दुर्गा-स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी


दुर्गा नवमी के अवसर पर श्री दक्षिण काली मंदिर में देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर प्रसाद वितरण किया गया। नौ दिन तक अनवरत् चलने वाली देवी दुर्गा की साधना की पूर्णाहूति पर श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने 108 कन्याओं को मां की चुनरी व नारियल भेंट कर तथा उनके चरण पूजन कर देवी स्वरूपा कन्याओं का आशीर्वाद प्राप्त किया।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार, 7 अक्टूबर। दुर्गा नवमी के अवसर पर श्री दक्षिण काली मंदिर में देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर प्रसाद वितरण किया गया। नौ दिन तक अनवरत् चलने वाली देवी दुर्गा की साधना की पूर्णाहूति पर श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने 108 कन्याओं को मां की चुनरी व नारियल भेंट कर तथा उनके चरण पूजन कर देवी स्वरूपा कन्याओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देवी दुर्गा के नवरात्र जीवन में नई उमंग का संचार करते हैं। माता दुर्गा की कृपा से श्रद्धालु भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। कन्या पूजन के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि कष्टों को हरने वाली मां दुर्गा भक्तों का सदैव कल्याण करती है। सभी को नौ दिनों तक पूर्ण विधि विधान के साथ नवरात्र करने चाहिए। व्रत करने से माता प्रसन्न होकर परिवारों के सभी कष्ट दूर करती है। माता की कृपा से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। नवरात्रों में मां दुर्गा की आराधना व साधना करने वाले साधक में अंर्तशक्ति का जागरण होता है। जिससे उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि दुष्टों का संहार करने वाली तथा भक्तों की रक्षा तथा अभय प्रदान करने वाली मां दुर्गा अनन्त शक्तियों की स्वामिनी है। संसार की सभी शक्तियां तथा ऐश्वर्य माता में निहित हैं। जो श्रद्धालु भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करता है। मां उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। उन्होंने कहा कि कष्टों से मुक्ति पानी है तो भक्तों को नवरात्रों में मां के दरबार में भक्त को अवश्य आना चाहिए। सच्चे मन से की गयी मां की आराधना भक्त के लिए अवश्य ही फलदायी होती है। स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि केवल कन्या पूजन करना ही पर्याप्त नहीं है। मां की पूर्ण कृपा प्राप्त करनी है तो देवी स्वरूपा कन्याओं के संरक्षण व संवर्द्धन का संकल्प लें। देश भर में कन्याओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगना चाहिए। स्वामी कैलाशानंद महाराज ने श्रद्धालु भक्तों से आह्वान करते हुए कहा कि देश की कन्याओं का जीवन सुखद होगा तो देश प्रगति की और अग्रसर होगा। कन्याओं के प्रति देश भर में जनजागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। कन्याएं देश का अभिन्न हिस्सा हैं। उनका संरक्षण संवर्द्धन करना सबकी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर महंत प्रबोधानंद गिरी, स्वामी शिवानंद, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, विवेकानंद ब्रह्मचारी, अंकुश शुक्ला, सागर ओझा, बालमुकुंदानंद ब्रह्मचारी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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