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जल्द ही इस पेयजल योजना के धरातल पर उतरने से क्षेत्र में पेयजल संकट दूर होगा : जिलाधिकारी चमोली


सामुदायिक विकास कार्यो के अन्तर्गत जोशीमठ में दीर्घकालीन पेयजल योजना के लिए वृहस्पतिवार को एनटीपीसी के साथ 15.81 करोड़ की बडी धनराशि का एमओयू साईन किया गया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 10 दिसंबर,2020, सामुदायिक विकास कार्यो के अन्तर्गत जोशीमठ में दीर्घकालीन पेयजल योजना के लिए वृहस्पतिवार को एनटीपीसी के साथ 15.81 करोड़ की बडी धनराशि का एमओयू साईन किया गया। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के रेग्यूलर माॅनिटरिंग एवं अथक प्रयासों के चलते सीएसआर फंड से इतनी बडी धनराशि का एमओयू संभव हो सका। जो कि जिले के लिए एक बडी उपलब्धि है। जल्द ही इस पेयजल योजना के धरातल पर उतरने से क्षेत्र में पेयजल संकट दूर होगा और लोगों को राहत मिलेगी। वृहस्पतिवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम मे एनटीपीसी के महाप्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद अहीरवार ने इस परियोजना के लिए पेयजल निगम के साथ एमओयू साईन किया। इस योजना के अन्तर्गत जोशीमठ नगर क्षेत्र के लिए तीन एमएलडी जल को पूर्व निर्मित जलाशयों से संयोजन कर जलापूर्ति की जाएगी। योजना का स्रोत भोरपों गधेरा प्रस्तावित है। सामुदायिक विकास के तहत एनटीपीसी के माध्यम से इस योजना के लिए धनराशी दी जाएगी। योजना के निर्माण हेतु वनभूमि की सैद्वान्तिक स्वीकृति भी भारत सरकार से मिल चुकी है। इस योजना से लगभग 19293 जनसंख्या को लाभ मिलेगा। कोविड काल में भी जिला प्रशासन के प्रयासों से एनटीपीसी के सीएसआर फंड से जिले में स्वास्थ्य विभाग की सभी आशा वर्कर को गांव-गांव में स्क्रीनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर भी उपलब्ध कराए गए थे। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने एनटीपीसी द्वारा जिले में किए जा रहे सामुदायिक विकास कार्यो की सराहना करते हुए दीर्घकालीन जन कल्याणकारी योजनाओं के निर्माण में आगे भी सहयोग करने की बात कही। उन्होंने एनटीपीसी को योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय विभागों से समन्वय रखते हुए कार्य करने पर जोर दिया। ताकि कार्यो में एकरूपता रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि एनटीपीसी के माध्यम से स्वरोजगार हेतु जो प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है उनमें समय और जरूरतों के हिसाब से युवाओं को होटल मैनेजमेंट, हाउस कीपिंग, साहसिक पर्यटन, प्लम्बिंग एवं अन्य स्वरोजगारपरक गतिविधियों का प्रशिक्षण भी शामिल करें। कहा कि जल जीवन मिशन में आजकल प्लम्बरों की बडी डिमांड है और इससे कई लोगों को स्वरोजगार मिल सकता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने एनटीपीसी के अधिकारियों को क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के संपर्क में रहते हुए छोटी छोटी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समधान करने की बात भी कही। एनटीपीसी के महाप्रबंधक ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से सामुदायिक विकास के तहत जिले में अब तक किए गए विकास कार्यो एवं प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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