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मूक बधिरो ने हरिद्वार टाउन हॉल पहुंचकर यूडीआईडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया।


शुक्रवार को देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप अरोड़ा के वीडियो कॉल से मिली सूचना पर जिले के हरिद्वार, रूड़की, लक्सर सहित कई स्थानो से मूक बधिरो ने हरिद्वार टाउन हॉल पहुंचकर यूडीआईडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार शुक्रवार को देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप अरोड़ा के वीडियो कॉल से मिली सूचना पर जिले के हरिद्वार, रूड़की, लक्सर सहित कई स्थानो से मूक बधिरो ने हरिद्वार टाउन हॉल पहुंचकर यूडीआईडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया। आज दूसरे दिन गैल इंडिया लिमिटेड कम्पनी की ओर से आयोजित दिव्यांग कैंप मे पहुंचे मूक बधिरो से एलिम्को के अधिकारियो ने कान की मशीन लेने को कहा। वहां उपस्थित एक को छोड़कर डेढ़ दर्जन मूक बधिरो ने कान की मशीन लेने से इंकार कर दिया। एलिम्को के अधिकारी शशांक से जिले से आए मूक बधिर चेतन सैनी, अमर त्यागी, साजिया, पंकज गर्ग, अवि सैनी, विशु अनेजा, साजिद हसन, , अतुल राठौर, विवेक केशवानी, विधांशु खुल्लर, ओम बंसल, देव शर्मा,सतीश गुप्ता, सरदार मोंटू आदि ने स्मार्टफोन देने की मांग रखी। इन सभी ने अधिकारी शशांक से कहा कि हम लोगो को वीडियो कंल से साईन लैंग्वेज मे बात करने के लिए स्मार्टफोन की आवश्यकता है। कान की मशीन कब तक देते रहोगे, वह किसी काम के नही है। अधिकारी शशांक ने कहा कि वह मूक बधिरो की इस परेशानी को समझ रहे हैं और यह बात उन्होने कम्पनी के उच्चाधिकारियो के समक्ष रखी लेकिन उच्चाधिकारियो ने स्मार्टफोन देने से इंकार कर दिया। उन्होने कहा कि नियमानुसार कम्पनी स्मार्टफोन उन नेत्रहीन व्यक्ति को देती है जो 100 प्रतिशत दिव्यांगता से ग्रस्त है। इस पर संदीप अरोड़ा ने अधिकारी से कहा कि जब वो 100 प्रतिशत यानि पूर्ण रूप से देख नही सकते तो उन्हे स्मार्टफोन दिया जा रहा है जबकि मूक बधिर देखकर वीडियो कॉल मे वार्ता करते हैं उन्हे क्यो नही। इसका अधिकारियो के पास कोई जवाब नही है। कैंप मे जिलास्तरीय दिव्यांगता समिति के सदस्य अमित धीमान, तरूण,मोहम्मद तौकीर, राकेश कुमार के साथ कई दिव्यांगो के प्रमाण पत्र, पेंशन, वैशाखी, छड़ी के फार्म भी भरवाये गये।

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