गीता योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ के जीवन का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬ है जो हर पल जीवन को दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता रहता है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 26 दिसमà¥à¤¬à¤°à¥¤ गीता जयनà¥à¤¤à¥€ के पावन अवसर पर पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पतंजलि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ महोदया डॉ. पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ पà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ने गीता को मैतà¥à¤°à¤¾à¥€ à¤à¤¾à¤µ का महानॠसà¥à¤°à¥‹à¤¤ बताया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गीता योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ के जीवन का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬ है जो हर पल जीवन को दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता रहता है। लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को विविधॠआयामों से जोड़ने का यह à¤à¤• विशाल माधà¥à¤¯à¤® है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि के रूप में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥ à¤à¤µà¤‚ तितिकà¥à¤·à¥ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ परमारà¥à¤¥ देव जी ने गीता को à¤à¤¾à¤°à¤¤ ही नहीं विशà¥à¤µ को à¤à¤• सूतà¥à¤° में पिरोने का माधà¥à¤¯à¤® बताया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ योगरà¥à¤·à¤¿ रामदेव जी महाराज à¤à¤µà¤‚ परम शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£ जी महाराज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ योग à¤à¤µà¤‚ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में किठगठमहानॠकारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आज पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को शारीरिक, à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• लाठमिला है। गीता में करà¥à¤®à¤¯à¥‹à¤— की पूरà¥à¤£ सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ को इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चरितारà¥à¤¥ किया है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ योग विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• डॉ. निधीश कà¥à¤®à¤¾à¤° ने ‘यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¾à¤° विहारसà¥à¤¯â€™ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यà¥à¤•à¥à¤¤ आहार à¤à¤µà¤‚ विहार से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ à¤à¤µà¤‚ समृदà¥à¤§ बनता है, à¤à¤¸à¥‡ विचारों को मूरà¥à¤¤ रूप पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है- ‘गीता’। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बी.à¤. दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ वरà¥à¤· की छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤, महिमा, कृति, धृति ने गीता के तृतीय अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का पाठकिया। बी.à¤. दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ वरà¥à¤· की छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤ राजलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ à¤à¤µà¤‚ रिचा ने दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का पाठकिया। अजय, पंकज ने अपने विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ वाजपेयी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन डॉ. विपिन कà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने किया। शानà¥à¤¤à¤¿ पाठके साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन हà¥à¤†à¥¤