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उत्तरकाशी में भूकम्प पर आधारित वृृत-चित्र,फोटो प्रदर्षनी तथा कार्यषाला का शुभारम्भ


भूकम्प पर आधारित वृृत-चित्र,फोटो प्रदर्षनी ,तथा कार्यषाला का शुभारम्भ रविवार को जिला प्रेक्षागृृह में क्षेत्रीय विधायक गोपाल रावत व जिलाधिकारी डा0 आषीष चैहान ने रिबन खोल कर किया साथ ही दीप प्रज्वलित कर कार्यषाला का शुभारम्भ किया ।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भटट धिल्डियाल

उत्तरकाशी 20 अक्टूबर 1991 भूकम्प पर आधारित वृृत-चित्र,फोटो प्रदर्षनी ,तथा कार्यषाला का शुभारम्भ रविवार को जिला प्रेक्षागृृह में क्षेत्रीय विधायक गोपाल रावत व जिलाधिकारी डा0 आषीष चैहान ने रिबन खोल कर किया साथ ही दीप प्रज्वलित कर कार्यषाला का शुभारम्भ किया । कार्यषाला में प्रेक्षागृृह परिसर के बाहर आपदा प्रबंधन, जनमंच, समाजिक संगठन साझा मंच , जाड़ी संस्थान , 12वीं वाहिनी भा0ति0 सी0 पुलिस बल,राष्ट्रीय आपदा मोचन बल आदि के द्वारा आपदा उपकरणों की प्रर्दषनी का निरीक्षण क्षेत्रीय विधायक रावत व जिलाधिकारी डा0 चैहान ने किया । कार्यषाला में जनपद आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के तत्वधान में 1991 में आये विनाषकारी भूकम्प की त्रासदी की घटना को लेकर स्मृति एंव मृतकों के प्रति श्रद्वांजलि कार्यक्रम के साथ ही आम जनमानस को भूकम्परोधी भवन निर्माणों के प्रति जागरूक किया गया । कार्यषाला में भूकम्प के रिकार्ड की जानकारी , भूकम्प अवरोधी भवनों की प्राचीन कला बनावट से लेकर मौजूदा समय में भवन का निर्माण और भूकम्प से बचाव को लेकर भी विस्तृत रूप में आपदा न्यूनीकरण अधिषासी अधिकारी निदेषक एम0एम0सी0 पीयूष रौतेला ने जानकारी साझा की । वहीं 20 अक्टूबर 1991 में आये भूकम्प पर आधरित डोकोमेंन्टरी को भी प्रेक्षागृह में दिखया गया । कार्यषाला में क्षेत्रीय विधायक गोपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि 20 अक्टूबर 1991 को आये विनाषकारी भूकम्प ने जहां पूरे देष को हिला कर रख दिया था वहीं सबसे ज्यादा जन हानि भटवाड़ी ब्लाक के जामक गांव में हुयी थी । हम लोगों को उस समय के भूकम्प से सीख लेनी चाहिए कि आधुनिक समय में हमारे द्वारा भूकम्परोधी भवनों के निर्माण होने चाहिए । जिससे प्राकृतिक आपदों से बचा जा सकें । जिलाधिकारी डा0 चैहान ने कहा कि जनपद में विभिन्न समयों में आयी प्राकृतिक आपदों को भूलाया नहीं जा सकता है हम सभी लोगों को इस कार्यषाला से सीख लेनी चाहिए दुःख की घड़ी को हमेषा याद रखा जाए ताकि भूल की पुनरावृति न हो सके कार्यषाला में भूकम्प के खतरों , जियोलाजिकल काॅज, वोलकेनिकलेयर आदि के अलावा हिमालयी इलाकों में आने वाले भूकम्प के सिस्टम पर भी भूः वैज्ञानिक द्वारा विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी । कार्यषाला में विभिन्न विद्यालयों से आये स्कूली छात्र- छात्राओं द्वारा भी प्रतिभाग किया गया व आपदा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को स्मृति चिन्ह क्षेत्रीय विधायक व जिलाधिकारी द्वारा भेंट किये । कार्यषाला में मुख्य विकास अधिकारी पी0 एस0 डंडारियाल , सी0एम0ओ0 डा0 डी0 पी0 जोषी, परियोजना अधिकारी राजेन्द्र सिंह चैहान , जिला विकास अधिकारी संजय सिंह , आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल , वरिष्ठ पत्रकार सूरत सिंह रावत, जय पंवार , शार्दुल गुसांई , एंवम सामाजिक कार्यकर्ता सहित जनप्रतिनिधि मौजूद थे ।

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