गंगा की अविरलता,पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£à¤¤à¤¾ के लिठपिछले चार दशकों से संघरà¥à¤· कर रहे मातृसदन परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· करà¥à¤®à¤¯à¥‹à¤—ी संत शिवानंद महाराज ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को नववरà¥à¤· के पà¥à¤°à¤¥à¤® दिन अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ देवी मायादेवी व नगर कोतवाल आनंद à¤à¥ˆà¤°à¤µ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर अपने संघरà¥à¤· को सफल बनाने तथा कà¥à¤®à¥à¤ 2021 को à¤à¤µà¥à¤¯ दिवà¥à¤¯ तरीके से कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराने तथा विशà¥à¤µ को कोरोना से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराठजाने की मंगलकामना की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ गंगा की अविरलता,पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ और अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£à¤¤à¤¾ के लिठपिछले चार दशकों से संघरà¥à¤· कर रहे मातृसदन परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· करà¥à¤®à¤¯à¥‹à¤—ी संत शिवानंद महाराज ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को नववरà¥à¤· के पà¥à¤°à¤¥à¤® दिन अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ देवी मायादेवी व नगर कोतवाल आनंद à¤à¥ˆà¤°à¤µ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर अपने संघरà¥à¤· को सफल बनाने तथा कà¥à¤®à¥à¤ 2021 को à¤à¤µà¥à¤¯ दिवà¥à¤¯ तरीके से कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराने तथा विशà¥à¤µ को कोरोना से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराठजाने की मंगलकामना की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद महाराज ने अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ व जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज के अनà¥à¤°à¥‹à¤§ पर मायादेवी में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के लिठआये थे। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने बताया सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद महाराज जूना अखाड़े से सनॠ1974 से जà¥à¥œà¥‡ हà¥à¤ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कई वरà¥à¤·à¥‹ तक मायादेवी मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में रहकर साधना की और माता मायादेव के आरà¥à¤¶à¥€à¤µà¤¾à¤¦ से उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ देव नदी माॅ गंगा को पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित होने से बचाने के लिठखनन माफियाओं और सरकार से अनवरत संघरà¥à¤· कर विजय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की है। आज गंगा का जो निरà¥à¤®à¤² सà¥à¤µà¤°à¥‚प दिखााई पड़ रहा है और बैरागी कैमà¥à¤ª सहित गंगा किनारे की à¤à¥‚मि सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ दिखाई पड़ रही है यह उनके व उनके शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बलिदान के कारण ही समà¥à¤à¤µ हो पाया है। शिवानंद महाराज ने अखाड़े के यà¥à¤µà¤¾ साधॠसनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अपने अनà¥à¤à¤µ साà¤à¤¾ करते हà¥à¤ कहा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ मायादेवी मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में रहकर साधना की है और उनका यह पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· अनà¥à¤à¤µ है कि इस सिदà¥à¤µà¤ªà¥€à¤ पर जो à¤à¥€ कामना पवितà¥à¤° हदय से की जाती है वह अवशà¥à¤¯ पूरी होती है। इस पवितà¥à¤° सिदà¥à¤µà¤ªà¥€à¤ के आस-पास निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से सिदà¥à¤µ महापà¥à¤°à¥‚षों का डेरा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ बताया गंगा को बचाने की मà¥à¤¹à¤¿à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किठजाने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡ यही से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤¯à¥€ थी। जिसे पूरा करने के लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अपना सरà¥à¤µà¤¸à¥à¤µ नà¥à¤¯à¥Œà¤›à¤¾à¤µà¤° कर दिया है। इस अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ के चलते उनà¥à¤¹à¥‡ कई बार जान से मारने की धमकियाॅ मिली चà¥à¤•à¥€ है और जानलेवा हमले à¤à¥€ हो चà¥à¤•à¥‡ है। लेकिन उनका तथा उनके शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का संकलà¥à¤ª अडिग है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद ने अपनी समसà¥à¤¤ उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का शà¥à¤°à¥‡à¤¯ मायादेवी तथा जूना अखाड़े को देते हà¥à¤ कहा कि यहा पर जो à¤à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ है वह मायादेवी ही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद ने पूरà¥à¤µ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सोहन गिरि महाराज को शाॅल ओढाकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया।सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद महाराज व उनके शिषà¥à¤¯ बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ दयानंद,सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पूरà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€,बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ आतà¥à¤®à¤¬à¥‹à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द,सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केशवानंद का जूना अखाड़े पहà¥à¤šà¤¨à¥‡ पर सचिव कोठारी लालà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,थानापति नीलकंठगिरि,महादेवानंद गिरि,थानापति रणधीर गिरि,आजाद गिरि,विवेकपà¥à¤°à¥€,राजेनà¥à¤¦à¥à¤° गिरि आदि ने परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤—त ढंग से सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।