सिखों के पà¥à¤°à¤¥à¤® गà¥à¤°à¥ और सिख धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ नानक देव जी के 550 वें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ परà¥à¤µ के अवसर पर 30 दिवसीय गà¥à¤°à¤®à¤¤ समागम का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठशà¥à¤°à¥€ निरà¥à¤®à¤² संतपà¥à¤°à¤¾ आशà¥à¤°à¤® कनखल में हà¥à¤†à¥¤ जिसमें पांच विशेष कीरà¥à¤¤à¤¨ समागम का आयोजन किया जाà¤à¤—ा।
रिपोर्ट - रामेशà¥à¤µà¤° गौड़
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 20 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। सिखों के पà¥à¤°à¤¥à¤® गà¥à¤°à¥ और सिख धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ नानक देव जी के 550 वें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ परà¥à¤µ के अवसर पर 30 दिवसीय गà¥à¤°à¤®à¤¤ समागम का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठशà¥à¤°à¥€ निरà¥à¤®à¤² संतपà¥à¤°à¤¾ आशà¥à¤°à¤® कनखल में हà¥à¤†à¥¤ जिसमें पांच विशेष कीरà¥à¤¤à¤¨ समागम का आयोजन किया जाà¤à¤—ा। इस à¤à¤µà¥à¤¯ समारोह का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकरते हà¥à¤ निरà¥à¤®à¤² संतपà¥à¤°à¤¾ के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महनà¥à¤¤ जगजीत सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ महाराज के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ परà¥à¤µ के अवसर पर 30 दिन तक नियमित रूप से निरà¥à¤®à¤² संतपà¥à¤°à¤¾ आशà¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब के सानिधà¥à¤¯ में शà¥à¤°à¥€ जपजी साहिब का नियमित पाठशà¥à¤°à¥‚ हो गया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि पहला विशेष कीरà¥à¤¤à¤¨ समागम आशà¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤†à¥¤ जिसमें à¤à¤¾à¤ˆ सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° सिंह मनी ,माता कोंला जी अमृतसर और à¤à¤¾à¤ˆ लखविंदर सिंह, हजूरी रागी हेमकà¥à¤‚ड साहिब वालों ने विशेष रà¥à¤ª से कीरà¥à¤¤à¤¨ समागम में शबà¥à¤¦ कीरà¥à¤¤à¤¨ की पावन सरिता बहायी और लोगों को मंतà¥à¤°à¤®à¥à¤—à¥à¤§ कर दिया और शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ शबà¥à¤¦ कीरà¥à¤¤à¤¨ सà¥à¤¨à¤•à¤° à¤à¤¾à¤µ विà¤à¥‹à¤° हो गà¤à¥¤ इस अवसर पर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को संबोधित करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ निरà¥à¤®à¤² संतपà¥à¤°à¤¾ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महनà¥à¤¤ जगजीत सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि गà¥à¤°à¥ नानक देव जी ने समाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समापà¥à¤¤ करने के लिठअवतार लिया और धरà¥à¤® की पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की। वह अवतारी महान सिदà¥à¤§ योगी थे । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤¨ को दूर करने के लिठमानवता को ऊंचाइयों पर पहà¥à¤‚चाने का संदेश दिया । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥ नानक देव जी के विचार हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक रहेंगे । उनके विचारों से ही समाज में शांति सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है। इस अवसर पर बाबा मोहन सिंह, बाबा मनजीत सिंह, महनà¥à¤¤ मोहन सिंह à¤à¤œà¤¨à¤—ढ़ वाले, महनà¥à¤¤ तीरà¥à¤¥ सिंह सिंह à¤à¤œà¤¨à¤—ढ़ वाले, संत बलजिंदर सिंह ,संत तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤šà¤¨ सिंह ,गोविंद सिंह , अरà¥à¤œà¥à¤¨ सिंह ,गगनदीप, चेतन शरà¥à¤®à¤¾ ,सरदारनी सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° कौर आदि ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शिरकत की। देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤‚तों से बड़ी तादाद में आठशà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं ने विशेष कीरà¥à¤¤à¤¨ समागम में à¤à¤¾à¤— लिया और इस अवसर पर गà¥à¤°à¥ का अटूट लंगर आयोजित किया गया। महनà¥à¤¤ जगजीत सिंह महाराज ने शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब जी के पाठकी अरदास की और इस अवसर पर कड़ाह पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बांटा गया।