केंदà¥à¤° सरकार के तीन नठकृषि कानूनों को रदà¥à¤¦ करने की मांग पर अड़े किसानों ने रविवार को फिर से कहा कि जब तक कानूनों को वापस नहीं लिया जाà¤à¤—ा, वे आंदोलन खतà¥à¤® नहीं करेंगे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
केंदà¥à¤° सरकार के तीन नठकृषि कानूनों को रदà¥à¤¦ करने की मांग पर अड़े किसानों ने रविवार को फिर से कहा कि जब तक कानूनों को वापस नहीं लिया जाà¤à¤—ा, वे आंदोलन खतà¥à¤® नहीं करेंगे।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चेतावनी देते हà¥à¤ कहा कि वे लोहड़ी के दिन कृषि कनूनों की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जलाà¤à¤‚गे। दिलà¥à¤²à¥€ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सीमाओं पर पिछले à¤à¤• महीने से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय से हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं।किसानों की सरकार के साथ बातचीत à¤à¥€ चल रही है, लेकिन अà¤à¥€ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मांग पर सहमति बनते हà¥à¤ आसार नहीं दिख रहे हैं। सिंघॠबॉरà¥à¤¡à¤° पर किसानों ने पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स करते हà¥à¤ कहा, ''हम 13 जनवरी को कृषि कानूनों की कॉपियों को जलाकर लोहड़ी मनाà¤à¤‚गे। 23 जनवरी को नेताजी सà¥à¤à¤¾à¤· चंदà¥à¤° बोस की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाà¤à¤‚गे।'' किसान नेता ओंकार सिंह ने कहा, ''आज किसान आंदोलन का 37वां दिन है, सरकार को अपनी जिद छोड़ देनी चाहिà¤à¥¤ जब तक कानून वापस नहीं लिठजाà¤à¤‚गे, तब तक हम वापस नहीं जाà¤à¤‚गे।