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स्वामी कैलाशानंद महाराज ने अपने तीन शिष्य को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया


अग्नि अखाड़े के ब्रह्मचारी दीक्षित किए, कैलाशानंद महाराज के 3 शिष्य कृष्णानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुंद ब्रह्मचारी और अवंतकनन्द ब्रह्मचारी को पूरे विधि विधान और अग्नि अखाड़े के रीति-रिवाजों के साथ ब्रह्मचारी दीक्षित किए गए हैं।

रिपोर्ट  - ALL NEWS BHARAT

कुंभ मेला 2021 वर्ष शुरू होते हैं अखाड़ों में धार्मिक गतिविधियां भी तेज हो गई है आज सिद्ध पीठ दक्षिण काली मंदिर में स्वामी कैलाशानंद महाराज ने अपने तीन शिष्य को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए अग्नि अखाड़े के ब्रह्मचारी दीक्षित किए, कैलाशानंद महाराज के 3 शिष्य कृष्णानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुंद ब्रह्मचारी और अवंतकनन्द ब्रह्मचारी को पूरे विधि विधान और अग्नि अखाड़े के रीति-रिवाजों के साथ ब्रह्मचारी दीक्षित किए गए हैं। स्वामी कैलाशानंद महाराज द्वारा अग्नि अखाड़ा छोड़कर निरंजनी अखाड़े में शामिल हो जाने के बाद कैलाशानंद जी ने दक्षिण काली मंदिर को लेकर घोषणा की थी कि वह आजीवन मंदिर के पीठाधीश्वर बने रहेंगे और उनके बाद उनका शिष्य जो अग्नि अखाड़े का ब्रह्मचारी होगा वह पीठ का उत्तराधिकारी बनेगा, तभी से ही अग्नि अखाड़े में हलचल बनी हुई थी, जिसको लेकर आज मंदिर में करीब 3 घंटे जूना अखाड़े, अग्नि अखाड़े एवं आह्वान अखाड़े के पदाधिकारियों के बीच में बैठक हुई, बैठक में कैलाशानंद महाराज ने अपने 3 शिष्यों को उत्तराधिकारी घोषित किया और फिर तीनों को अग्नि अखाड़े का ब्रह्मचारी दीक्षित किया गया, इस मौके पर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक हरि गिरि महाराज, सभापति प्रेम गिरी महाराज, सचिव महेश पुरी, सचिव शैलेन्द्र गिरी, कोठारी लाल भारती, अग्नि अखाड़े के सभापति मुकुन्दनन्द, महामंत्री सोमेश्वरानंद महाराज, श्री महंत साधनानंद , परमेश्वर महाराज ,आह्वान अखाड़े के महामंत्री श्री महंत सत्यागिरी महाराज, संरक्षक नीलकंठ गिरी, सचिव राजेंद्र भारती सहित साधु संत मौजूद रहे।

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