" कà¥à¤¯à¤¾ तीरà¥à¤¥ नगरी में माठवैषà¥à¤£à¥‹à¤‚ देवी की तरà¥à¤œ पर "शाइन बोरà¥à¤¡" का हो पायेगा गठन कà¥à¤¯à¤¾ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° आने वाले तीरà¥à¤¥ शà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤²à¥à¤“ं को मिल पाà¤à¤—ी सà¥à¤¬à¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚?
रिपोर्ट - अजय शरà¥à¤®à¤¾
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°(अजय शरà¥à¤®à¤¾) विशà¥à¤µ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ तीरà¥à¤¥ नगरी में विशà¥à¤µ का सबसे बड़ा आयोजन महाकà¥à¤‚ठहोने जा रहा है इस महा आयोजन की तैयारियों में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार और मेला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ पिछले 1 वरà¥à¤· से लगातार लगा हà¥à¤† है "लेकिन सरकार और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ शायद हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° "जाà¤à¤š आयोग' की रिपोरà¥à¤Ÿ को à¤à¥‚ल चà¥à¤•à¤¾ है या आयोग की रिपोरà¥à¤Ÿ इनके लिठकोई मायने नहीं रखती" हद तो तब हो जाती है जब उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के आदेश के बाद à¤à¥€ सरकार और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की नींद नहीं खà¥à¤² पाती और जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° अधिकारी लोक हित को दरकिनार कर देते हैं। आपको बता दें कि दिनाà¤à¤•15/07/1996 को सोमवती अमावसà¥à¤¯à¤¾ के पावन परà¥à¤µ पर हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में घटित दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ के समà¥à¤¬à¤‚ध में शासन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿" राधे कृषà¥à¤£ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में जाà¤à¤š आयोग का गठन किया था जाà¤à¤š आयोग ने अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ में लिखा है कि" हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में हरकी पौड़ी के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ गà¤à¤—ा सà¤à¤¾,जो à¤à¤• रजिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡ संसà¥à¤¥à¤¾ है। के साथ में है,उस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ आमदनी,चà¥à¤¾à¤µà¤¾ आदि गंगा सà¤à¤¾ ही लेती है। इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मनसा देवी मंदिर तथा चंडी देवी मंदिर का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध à¤à¥€ मंदिरों के नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤ƒ(टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया जाता है और समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ चà¥à¤¾à¤µà¤¾ इनà¥à¤¹à¥€à¤‚"नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤ƒ(टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ)" को जाता है। हरि-की-पैड़ी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° तथा इन दोनों मंदिरों का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध जनहित में अधिक सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ रूप से चलाने हेतॠयह आवशà¥à¤¯à¤• पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता है कि हरि-की-पैड़ी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° तथा दोनों मंदिरों का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध शासन के हाथ में हो। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार ने वाराणसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर तथा राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सरकार ने शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मंदिर जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° सरकार ने वैषà¥à¤£à¥‹à¤‚ देवी मंदिर में किया और उस समà¥à¤¬à¤‚ध में जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° सरकार ने अधिनियम à¤à¥€ पारित किया। उस अधिनियम को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ वैषà¥à¤£à¥‹à¤‚ देवी मंदिर के बारीदार ने माननीय उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯,जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° में इस आशय से दी कि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस मंदिर का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध अपने हाथों में लेना अवैधानिक है। माननीय उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने उस याचिका को निरसà¥à¤¤ किया जिसके विरà¥à¤¦à¥à¤§ बारीदार ने अपील सà¤à¤–à¥à¤¯à¤¾ 85 सन 1997 à¤à¥‚री नाथ आदि बनाम जे à¤à¤¨à¥à¤¡ के. माननीय उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में दाखिल की। माननीय नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने उस अपील को 10 जनवरी,1997 को निरसà¥à¤¤ करते हà¥à¤ तथा उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के आदेश की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करते हà¥à¤ यह मत वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया कि मंदिर का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध शासन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने हाथों में लेना उचित व वैधानिक है। आयोग ने अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ में यह à¤à¥€ लिखा कि हरि-की -पैड़ी व उपरोकà¥à¤¤ दोनों मंदिरों की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में सà¥à¤§à¤¾à¤° लाना आवशà¥à¤¯à¤• है जिससे तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अधिक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ होगी इन तीनों सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से कम से कम दो करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ सलाना की आय होगी और इस धन का सदà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— किया जाय तो इन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का समà¥à¤šà¤¿à¤¤ विकास à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध हो सकता है और तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को वांछित सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जा सकती है जो वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में उपलबà¥à¤§ नहीं हैं। आयोग ने आगे लिखा कि यह संà¤à¤µ है कि इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कदम उठाने से वहाठके पà¥à¤°à¤¬à¤‚धकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤› विरोध हो सकता है, परनà¥à¤¤à¥ जनहित में यह नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤šà¤¿à¤¤ होगा कि शासन इस और गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ से विचार करें। लेकिन बिडमà¥à¤¬à¤¨à¤¾ है कि आयोग की इस रिपोरà¥à¤Ÿ पर 24 वरà¥à¤· बाद à¤à¥€ किसी सरकार/शासन ने कोई विचार करना उचित नहीं समà¤à¤¾à¥¤ " उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के आदेश पर à¤à¥€ नहीं सà¥à¤§à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾" आपको यह à¤à¥€ बता दें कि माननीय उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने à¤à¤• जनहित याचिका पर वरà¥à¤·-2012 में आदेश पारित करते हà¥à¤ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के जिलाधिकारी व वरिषà¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• को इन अति महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं में सà¥à¤§à¤¾à¤° लाने तथा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤à¤ सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ रूप से चलाने को कहा था और जिलाधिकारी ने माननीय उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के आदेश के अनà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ में इन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ हेतॠपà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• समितियों को गठन à¤à¥€ किया लेकिन जिलाधिकारी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गठित पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• समितियां नाकाम साबित हà¥à¤ˆ हैं समितियों के अधिकारी पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾/टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ के आगे नतमसà¥à¤¤à¤• हो जनहित को दरकिनार करते चले आ रहे हैं।