शिवशकà¥à¤¤à¤¿ धाम डासना के अधिषà¥à¤ ाता ने अपने रकà¥à¤¤ से पतà¥à¤° लिखकर विरोध जताया और अनà¥à¤¨ तà¥à¤¯à¤¾à¤— करके पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¦à¤¾à¤¨ करने का संकलà¥à¤ª लिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
शिवशकà¥à¤¤à¤¿ धाम डासना के अधिषà¥à¤ ाता यति नरसिंहानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि पर बनने वाले à¤à¤µà¥à¤¯ मंदिर के धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¿à¤•à¤°à¤£ का विरोध किया और इसके लिये आज उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आरà¤à¤¸à¤à¤¸ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मोहन à¤à¤¾à¤—वत जी,विहिप पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आलोक कà¥à¤®à¤¾à¤° जी,शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के महामंतà¥à¤°à¥€ चमà¥à¤ªà¤¤à¤°à¤¾à¤¯ जी और उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी महाराज को अपने रकà¥à¤¤ से पतà¥à¤° लिखकर अपना विरोध à¤à¥€ दरà¥à¤œ करवाया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने रकà¥à¤¤ से लिखे पतà¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤® से कहा कि शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि पर बनने वाला मनà¥à¤¦à¤¿à¤° इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• जिहादियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम हिनà¥à¤¦à¥à¤“ पर किये गठअतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ और हम हिनà¥à¤¦à¥à¤“ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये गठसंघरà¥à¤· का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• होना चाहिये न कि धरà¥à¤® निरपेकà¥à¤·à¤¤à¤¾ का।शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि के लिये गैर हिनà¥à¤¦à¥à¤“ से दान मांगना उन सà¤à¥€ अमर बलिदानियों का अपमान है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जनà¥à¤®à¤à¥‚मि के लिये अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ नà¥à¤¯à¥Œà¤›à¤¾à¤µà¤° कर दिà¤à¥¤à¤µà¥‹ क़ौम समापà¥à¤¤ हो जाती है जो क़ौम के लिये बलिदान देने वाले योदà¥à¤§à¤¾à¤“ं के साथ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ करती है।आरà¤à¤¸à¤à¤¸,संघ और बीजेपी के नेताओ को समà¤à¤¨à¤¾ चाहिये कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· की हिनà¥à¤¦à¥‚ जनता का अपार जनसमरà¥à¤¥à¤¨ à¤à¤µà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® मंदिर के आंदोलन को मिला था न कि धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ के किसी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• को।यह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के साथ à¤à¥€ धोखा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रकà¥à¤¤à¤²à¤¿à¤–ित पतà¥à¤° में इन सà¤à¥€ से इस जिद को छोड़कर धरà¥à¤® की रकà¥à¤·à¤¾ करने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ किया और यह à¤à¥€ कहा कि अगर यह धरà¥à¤® विरà¥à¤¦à¥à¤§ कारà¥à¤¯ किया गया तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚मि से सनातन धरà¥à¤® के समूल विनाश को कोई नहीं रोक सकेगा। यति नरसिंहानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से कहा कि वो जानते है कि उनके अनà¥à¤¨ तà¥à¤¯à¤¾à¤— का किसी पर कोई फरà¥à¤• नहीं पड़ेगा पर आने वाला समय ये याद रखेगा की जब हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤® और शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के साथ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ कर रहे थे तो कà¥à¤› लोग à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ थे जो इस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ का विरोध कर रहे थे। शिवशकà¥à¤¤à¤¿ धाम के सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यह तय किया है कि वो पूरे देश मे घूम घूम कर अपने गà¥à¤°à¥ के लिये समरà¥à¤¥à¤¨ मांगेंगे और सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥à¤“ं से मिलकर उनका साथ देने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करेंगे।