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रुद्रप्रयाग के पाती गदेरे में होगा रिवर ट्रेनिंग कार्य।


सोनप्रयाग में विगत वर्ष बादल फटने के कारण पाती गदेरे में एकत्र अत्यधिक मलबा व बोल्डर्स से उत्पन्न खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाती गदेरे में रिवर ट्रेनिंग के लिए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ व खनन अधिकारी को निर्देशित किया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 12 फरवरी, 2021, सोनप्रयाग में विगत वर्ष बादल फटने के कारण पाती गदेरे में एकत्र अत्यधिक मलबा व बोल्डर्स से उत्पन्न खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाती गदेरे में रिवर ट्रेनिंग के लिए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ व खनन अधिकारी को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने बताया कि नदी की उत्पत्ति पहाड़ों, पर्वतों में या ग्लेशियर में बर्फ पिघलने से होती हैद्य जब एक नदी वहां से आकर बहती हैं तो वह अपने साथ अपार मात्रा में पानी लेकर चलती है और नदी के बहने का तरीका बहुत अव्यवस्थित होता है, पहले से हम नदी का रास्ता अनुमानित नहीं कर सकते हैंद्य जब बारिश ज्यादा हो जाती है तो हम देखते हैं कि आसपास के इलाकों में जनजीवन व्यस्त हो जाता है, और पानी एक अनियंत्रित तरीके से बहता है, तो पानी आगे चलकर इस तरह के लोगों को या जनजीवन अस्त व्यस्त ना करें इसके लिए हमें रिवर इंजीनियरिंग या रिवर ट्रेनिंग से नदी को ट्रेन करते हैं। रिवर ट्रेनिंग के माध्यम से नदी के रास्ते को परिवर्तित किया जाता है, जिससे कि विकट स्थिति में ज्यादा पानी के बहाव से होने वाले नुकसान को कम या रोका जा सके।

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