गढ़वाल विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कला à¤à¤µà¤‚ निषà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ केंदà¥à¤° चौरास में राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ उमंग के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में निरà¥à¤®à¤² चंदà¥à¤° डंडरियाल के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में बनी लघॠफिलà¥à¤® "मोती बाग" का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया गया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²/शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र
गढ़वाल विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कला à¤à¤µà¤‚ निषà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ केंदà¥à¤° चौरास में राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ उमंग के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में निरà¥à¤®à¤² चंदà¥à¤° डंडरियाल के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में बनी लघॠफिलà¥à¤® "मोती बाग" का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया गया। इस फिलà¥à¤® में पौड़ी के कलà¥à¤œà¥€à¤–ाल बà¥à¤²à¥‰à¤• के सगà¥à¤¡à¤¼à¤¾ गांव के 83 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ किसान विदà¥à¤¯à¤¾ दतà¥à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ के बनाठ"मोती बाग'' की कहानी है। इस बाग में वे अनेक तरह की सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ व अनाज पैदा करते है। इस फिलà¥à¤® में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की कृषि, बागवानी, जल संरकà¥à¤·à¤£, शà¥à¤°à¤® साधना, पलायन, खेती से लोगों के अलगाव जैसे सवालों को दिखाया गया है। इस फिलà¥à¤® की खास बात यह थी कि इस फिलà¥à¤® में केवल सवालों को ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ समाधान को à¤à¥€ दिखाया गया है। इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में फिलà¥à¤® के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• निरà¥à¤®à¤² चंदन रियाल à¤à¥€ मौजूद रहे जिन से छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने फिलà¥à¤® व पलायन से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ सवालों को पूछा और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सादगी और सहजता के साथ उन सवालों का जवाब दिया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करते हà¥à¤ राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤— के विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤®à¤à¤® सेमवाल ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का सबसे बड़ा सवाल पलायन का है जो कि सरकारों के कारगर à¤à¤µà¤‚ दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ नीतियां न बनाने के कारण पैदा हà¥à¤† है। यह फिलà¥à¤® "मोती बाग" पलायन के सवाल को रेखांकित करता है और सवाल के साथ-साथ इसका हल à¤à¥€ लोगों को देता है। पलायन के दà¥à¤·à¥à¤ªà¤°à¤¿à¤£à¤¾à¤® केवल सामाजिक ही नहीं अपितॠराजनीतिक à¤à¥€ हà¥à¤ है। परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से लोगों का पलायन होने से विधानसà¤à¤¾ में पहाड़ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ लगातार कम हो रहा है जो कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के राजà¥à¤¯ बनने की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ के खिलाफ है। दूसरा महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पहलू यह है कि हमारे हिमालय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सीमाओं से लगे हैं यहां लोग नहीं रहेंगे तो यह हमारी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठà¤à¥€ खतरा है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के मशहूर कवि, लेखक व रंगकरà¥à¤®à¥€ गणेश कà¥à¤•à¤¶à¤¾à¤² गणी ने फिलà¥à¤® के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• निरà¥à¤®à¤² चनà¥à¤¦à¥à¤° डंडरियाल के जीवन व इस फिलà¥à¤® बनाने की यातà¥à¤°à¤¾ व संघरà¥à¤· को छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के समà¥à¤®à¥à¤– रखा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अगर शà¥à¤°à¤® व इचà¥à¤›à¤¾à¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿ हो तो किसान गरीब नहीं बलà¥à¤•à¤¿ विदà¥à¤¯à¤¾ दतà¥à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ जैसे आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° व दूसरों को रोजगार देने वाले बन सकते हैं। इसके साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ऑसà¥à¤•à¤° के लिठचà¥à¤¨à¥‡ जाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को à¤à¥€ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के समà¥à¤®à¥à¤– रखा। अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ संबोधन में पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° आर सी रमोला ने कहा कि यह फिलà¥à¤® पहाड़ के रोजमरà¥à¤°à¤¾ के जीवन का वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• चितà¥à¤°à¤£ है जो कि हमारी यादें ताजा करती है। इस फिलà¥à¤® को बनाते समय निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• ने पहाड़ के जीवन की वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को जीवंत रखा है। पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° दिनेश सकलानी ने धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि गढ़वाल के लोगों में आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के दौर में शà¥à¤°à¤® करने की कमी देखने को मिल रही है जोकि विदà¥à¤¯à¤¾ दतà¥à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ के चरितà¥à¤° से सीखने की जरूरत है। अपने इतिहास को समà¤à¤¨à¥‡ की जरूरत इस समय अधिक हो गई है ताकि हम अपने पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से सीख ले सके। इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन शोध छातà¥à¤°à¤¾ शिवानी पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯ ने किया।कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में गढ़वाल विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के छातà¥à¤° अधिषà¥à¤ ाता कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° पीà¤à¤¸ राणा,पà¥à¤°à¥‹ हिमांशॠबौड़ाई, इंजीनियर महेश डोà¤à¤¾à¤², डॉ सरà¥à¤µà¥‡à¤¶ उनियाल, मोहन नैथानी, पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° बी पी नैथानी, पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¥‹ सी à¤à¤® शरà¥à¤®à¤¾, à¤à¤¸ के गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, डॉ संजय पांडे, डॉ कà¥à¤²à¥€à¤¨ जोशी, डॉ पूजा सकलानी, डॉ आलोक सागर गौतम व विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संकायों के छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ मौजूद रहे। इस अवसर पर फ़िलà¥à¤® के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• निरà¥à¤®à¤² चनà¥à¤¦à¥à¤° ने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के साथ चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ कहा कि केवल सरकार के न à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ बैठकर उदà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ व रोजगार के नठअवसर तलाशने होंगे। और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ये à¤à¥€ कहा कि इस तरह की लघॠफिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ लोगों के सहयोग से ही बनती है। छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के बीच इस फ़िलà¥à¤® को लेकर बहà¥à¤¤ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ देखने को मिला। और सà¤à¥€ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऑसà¥à¤•à¤° के लिठशà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ à¤à¥€ दी।