शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी के रमता पंचों ने नगर पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर अखाड़े से à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ कॉलेज में अखाड़े की छावनी में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 25 फरवरी। शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी के रमता पंचों ने नगर पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर अखाड़े से à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ कॉलेज में अखाड़े की छावनी में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया। निरंजनी अखाड़े से बैणà¥à¤¡à¤¬à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ के साथ शोà¤à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ के रूप में धूमधाम से अखाड़े के संत महापà¥à¤°à¥à¤· नगर à¤à¥à¤°à¤®à¤£ करते हà¥à¤ कॉलेज की छावनी में पहà¥à¤‚चे। जमात के à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ कालेज सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ छावनी पहà¥à¤‚चने पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी, महामंकतà¥à¤°à¥€ हरिगिरी, मां मनसादेवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज, मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ कालेज के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डा.सà¥à¤¨à¥€à¤² बतà¥à¤°à¤¾ आदि ने फूलमाला पहनाकर सà¤à¥€ संतों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज ने रमता पंचों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते हà¥à¤ कहा कि विशà¥à¤µ दरà¥à¤¶à¤¨à¥€à¤¯ कà¥à¤‚ठमेला à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की मà¥à¤–à¥à¤¯ धरोहर है, जो विशà¥à¤µ में à¤à¤•à¤¤à¤¾ व अखंडता कायम रखता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेले के दौरान जमात के छावनी पहà¥à¤‚चने पर मेला अधिकारी और मेला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संतों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया जाता है। परंपरा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° रमता पंचों के छावनी में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ से ही कंà¥à¤ मेले का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहोता है। कà¥à¤‚ठमेले के दौरान देशà¤à¤° से आने वाले संत महाकà¥à¤‚ठमेले की शोà¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हैं और आकरà¥à¤·à¤£ का मà¥à¤–à¥à¤¯ केंदà¥à¤° होते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की अहम à¤à¥‚मिका है और शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी के संत देश ही नहीं अपितॠपूरे विशà¥à¤µ में सनातन धरà¥à¤® की पताका को फहरा रहे है।ं अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरी महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेला दिवà¥à¤¯ और à¤à¤µà¥à¤¯ रà¥à¤ª से सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के सानिधà¥à¤¯ में संपनà¥à¤¨ होगा। सनातन धरà¥à¤® का मà¥à¤–à¥à¤¯ परà¥à¤µ कà¥à¤‚ठमेला संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के जीवन का à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग है। जो विशà¥à¤µ धरोहर के रूप में संपूरà¥à¤£ समाज को धरà¥à¤® का संदेश देता है। महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का जीवन सदैव समाज के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहता है। मां मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेला विशà¥à¤µ का सबसे बड़ा धारà¥à¤®à¤¿à¤• आयोजन है। जिसमें आने वाले शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ पतित पावनी मां गंगा में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर पà¥à¤£à¥à¤¯ लाठअरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कà¥à¤‚ठमेला संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• रूप से संपनà¥à¤¨ होगा। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोरोना काल में पूरा विशà¥à¤µ जहां महामारी से परेशान है। वहीं à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परंपराओं à¤à¤µà¤‚ सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के महापरà¥à¤µ कà¥à¤‚ठमेले से पूरे विशà¥à¤µ में à¤à¤• सकारातà¥à¤®à¤• संदेश का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° होगा और पूरे विशà¥à¤µ को à¤à¤• नई ऊरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगी। निरंजनी अखाड़े के सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि 3 मारà¥à¤š को होने वाली पेशवाई में पूरे देश से हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° आठसंत महापà¥à¤°à¥à¤· समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ होंगे और à¤à¤µà¥à¤¯ पेशवाई के दौरान हाथी, ऊंट, घोड़ा, पालकी मà¥à¤–à¥à¤¯ आकरà¥à¤·à¤£ का केंदà¥à¤° होंगी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेले का सफल आयोजन हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ पूरे देश को à¤à¤• सकारातà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ का संदेश देगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होकर विदेशी लोग à¤à¥€ सनातन धरà¥à¤® की ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हो रहे हैं। जो पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठगौरव की बात है। संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के तपोबल से ही पूरे विशà¥à¤µ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤• अलग सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। इस दौरान शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त लखन गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त ओमकार गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेश गिरी, महंत राधे गिरी, महंत नीलकंठगिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त दिनेश गिरी, महंत मनीष à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, महंत शंकरानंद, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त गिरजानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, दिगंबर गंगागिरी, दिगंबर बलवीर पà¥à¤°à¥€, दिगंबर आशà¥à¤¤à¥‹à¤· पà¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रघà¥à¤µà¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ मधà¥à¤° वन, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रवि वन, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आलोक गिरी, दिगंबर अमित पà¥à¤°à¥€ आदि संत मौजूद रहे।