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हरिद्वार में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने किया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत


अयोध्या में राम मंदिर पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने स्वागत किया है। फैसले के बाद उन्होंने देशवासियों से आपसी एकता व सौहार्द तथा भाईचारा बनाए रखने की अपील भी की।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार, 9 नवंबर। अयोध्या में राम मंदिर पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने स्वागत किया है। फैसले के बाद उन्होंने देशवासियों से आपसी एकता व सौहार्द तथा भाईचारा बनाए रखने की अपील भी की। सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद निरंजनी अखाड़े में पत्रकारों से वार्ता करते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि वे फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हिन्दू पक्ष की और से सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मजबूत साक्ष्य पेश किए गए। उससे उन्हें फैसला राममंदिर के पक्ष में आने की पूरी उम्मीद थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विवाद पूरी तरह समाप्त हो गया है तथा अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय भारतीय एकता व अखण्डता के पक्ष में तथा बेहद संतुलित है। सभी पक्षों को निर्णय का सम्मान करना चाहिए। राममंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद मंदिर के लिए शहादत देने वाले सभी कारसेवकों की आत्मा को भी शंाति मिली है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद संतों की सर्वोच्च संस्था है। राम मंदिर निर्माण के लिए संतों के संघर्ष को सम्मान देते हुए केंद्र सरकार द्वारा मंदिर निर्माण के लिए गठित किए जाने वाले ट्रस्ट में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महामंत्री को पदेन सदस्य के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ जमीन दिए जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि जमीन चैरासी कोस परिक्रमा तथा मंदिर से दूर किसी स्थान पर दी जानी चाहिए। ताकि फिर कोई विवाद उत्पन्न ना हो। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर आए फैसले को देखते हुए मुस्लिम पक्ष को उदारता दिखाते हुए काशी विश्वनाथ तथा कृष्ण जन्म भूमि मथुरा हिंदु समाज को सौंप देनी चाहिए। श्रीमंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने सभी पक्षों से फैसले का सम्मान तथा देश में साम्प्रदायिक एकता व सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनने में कोई अड़चन नहीं रह गयी है। राममंदिर के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए संतों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी और श्रीराम के जयघोष के नारे लगाए। इस अवसर पर श्रीमहंत रामलखन गिरी, श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत शिव वन, महंत केशव पुरी, महंत नरेश गिरी, महंत मनीष भारती, महंत ओमकार गिरी, महंत राधेगिरी, महंत नीलकंठ गिरी, महंत आशुतोष पुरी, महंत बलवीर पुरी, महंत सुखदेव पुरी आदि संत मौजूद रहे।

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