रिपोर्ट - allnewsbharat.com
शिवरातà¥à¤°à¤¿ पà¥à¤°à¤¥à¤® शाही सà¥à¤¨à¤¾à¤¨, दिन 11 मारà¥à¤š, 2021, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बैरागी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°, शाही सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ पर उमड़ी वाहनों और पैदल शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के समà¥à¤¦à¥à¤° के बीच शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤° कांगड़ी निवासी सरफराज (जिला पंचायत सदसà¥à¤¯) अपनी कार के लिठहॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² तक का रासà¥à¤¤à¤¾ ढूढने की पà¥à¤°à¤œà¥‹à¤° कोशिश में लगा था, कार के अंदर उसकी पड़ोसी सà¥à¤·à¤®à¤¾ रसौली के दरà¥à¤¦ से तड़प रही थी, वकà¥à¤¤ के साथ-साथ सà¥à¤·à¤®à¤¾ की दरà¥à¤¦ à¤à¤°à¥€ आवाजें कà¤à¥€ तेज तो कà¤à¥€ धीमे हो रही थी। पीड़िता के साथ बैठे उसके पति दिलावर और अनà¥à¤¯ परिजनों को à¤à¥€ सरफराज की तरह इस à¤à¥€à¥œ के सैलाब से पार पाने का कोई रासà¥à¤¤à¤¾ नही सूठरहा था। जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था सà¥à¤·à¤®à¤¾ के परिजनों और सरफराज के हौंसले जवाब देते जा रहे थे। लेकिन तà¤à¥€ à¤à¥€à¥œ में से किसी न उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सलाह दी कि पास ही में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के कà¥à¤› लोग खड़े हैं उनसे अपनी समसà¥à¤¯à¤¾ बताओ। अनजान आदमी की सलाह को उमà¥à¤®à¥€à¤¦ की आखिरी किरण मानकर दरà¥à¤¦ से छटपटा रही सà¥à¤·à¤®à¤¾ के तीमारदार पैदल ही à¤à¥€à¥œ को चीरते हà¥à¤ तेजी से कà¥à¤› दूरी पर डà¥à¤¯à¥‚टी कर रहे पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वालों के पास पहà¥à¤‚चें और हौंसला कर हाथ जोड़ते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ बताई। डà¥à¤¯à¥‚टी पर खड़े सेकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ जोध राम जोशी ने जैसे ही उनकी बात सà¥à¤¨à¥€ तो वे तà¥à¤°à¤‚त हरकत में आ गठऔर अपने साथ डà¥à¤¯à¥‚टी में लगी पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ Dysp रीना राठौर को आदेश किया कि वे तà¥à¤°à¤‚त सरफराज की कार को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाहन से आगे-आगे चलकर à¤à¤¸à¥à¤•à¥‰à¤°à¥à¤Ÿà¥ करते हà¥à¤ जितना जलà¥à¤¦à¥€ हो सके हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² पहà¥à¤‚चाà¤à¥¤ अपने वरिषà¥à¤ का आदेश पाते ही रीना राठौर ने à¤à¥€ बिना à¤à¤• पल गंवाà¤à¤‚ कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ शà¥à¤°à¥‚ कर दी। Dysp रीना राठौर बेशक अà¤à¥€ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ विà¤à¤¾à¤— में अपने अनà¥à¤à¤µ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° शैशवकाल में ही हैं लेकिन जनता की सेवा और रकà¥à¤·à¤¾ करने का जजà¥à¤¬à¤¾ उनके अंदर शायद जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ ही था। इसलिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने हमराही पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के जवानों की मदद से जी जान और पूरी ताकत के साथ वाहन को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाहन से आगे से à¤à¤¸à¥à¤•à¥‰à¤°à¥à¤Ÿ किया और कोई चोटिल न हो इस बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखते हà¥à¤ à¤à¥€à¥œ को हटाते हà¥à¤ ततà¥à¤•à¤¾à¤² हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² पहà¥à¤‚चाया। डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अगर थोड़ा और देरी हो जाती तो अनरà¥à¤¥ हो सकता था। सà¥à¤·à¤®à¤¾ और उसके परिजन पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को इस जीवनदायिनी मदद के लिठधनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ कहते नही थक रहे हैं। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की कà¥à¤› इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की मदद मिली à¤à¤• 60 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ पैरालिसिस का अटैक आये बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— को।