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शिवरात्रि प्रथम शाही स्नान के दिन देवदूत बनी पुलिस


रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

शिवरात्रि प्रथम शाही स्नान, दिन 11 मार्च, 2021, स्थान बैरागी क्षेत्र, शाही स्नान पर उमड़ी वाहनों और पैदल श्रद्धालुओं के समुद्र के बीच श्यामपुर कांगड़ी निवासी सरफराज (जिला पंचायत सदस्य) अपनी कार के लिए हॉस्पिटल तक का रास्ता ढूढने की पुरजोर कोशिश में लगा था, कार के अंदर उसकी पड़ोसी सुषमा रसौली के दर्द से तड़प रही थी, वक्त के साथ-साथ सुषमा की दर्द भरी आवाजें कभी तेज तो कभी धीमे हो रही थी। पीड़िता के साथ बैठे उसके पति दिलावर और अन्य परिजनों को भी सरफराज की तरह इस भीड़ के सैलाब से पार पाने का कोई रास्ता नही सूझ रहा था। जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था सुषमा के परिजनों और सरफराज के हौंसले जवाब देते जा रहे थे। लेकिन तभी भीड़ में से किसी न उन्हें सलाह दी कि पास ही में पुलिस के कुछ लोग खड़े हैं उनसे अपनी समस्या बताओ। अनजान आदमी की सलाह को उम्मीद की आखिरी किरण मानकर दर्द से छटपटा रही सुषमा के तीमारदार पैदल ही भीड़ को चीरते हुए तेजी से कुछ दूरी पर ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों के पास पहुंचें और हौंसला कर हाथ जोड़ते हुए उन्हें अपनी व्यथा बताई। ड्यूटी पर खड़े सेक्टर प्रभारी जोध राम जोशी ने जैसे ही उनकी बात सुनी तो वे तुरंत हरकत में आ गए और अपने साथ ड्यूटी में लगी प्रशिक्षु Dysp रीना राठौर को आदेश किया कि वे तुरंत सरफराज की कार को पुलिस वाहन से आगे-आगे चलकर एस्कॉर्ट् करते हुए जितना जल्दी हो सके हॉस्पिटल पहुंचाए। अपने वरिष्ठ का आदेश पाते ही रीना राठौर ने भी बिना एक पल गंवाएं कार्यवाही शुरू कर दी। Dysp रीना राठौर बेशक अभी पुलिस विभाग में अपने अनुभव के अनुसार शैशवकाल में ही हैं लेकिन जनता की सेवा और रक्षा करने का जज्बा उनके अंदर शायद जन्मजात ही था। इसलिए उन्होंने अपने हमराही पुलिस के जवानों की मदद से जी जान और पूरी ताकत के साथ वाहन को पुलिस वाहन से आगे से एस्कॉर्ट किया और कोई चोटिल न हो इस बात का ध्यान रखते हुए भीड़ को हटाते हुए तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार अगर थोड़ा और देरी हो जाती तो अनर्थ हो सकता था। सुषमा और उसके परिजन पुलिस को इस जीवनदायिनी मदद के लिए धन्यवाद कहते नही थक रहे हैं। पुलिस की कुछ इसी प्रकार की मदद मिली एक 60 वर्षीय पैरालिसिस का अटैक आये बुजुर्ग को।

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