हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, निरंजनी अखााड़े के संतों ने तà¥à¤²à¤¸à¥€ चैक पर वैषà¥à¤£à¤µ अनी अखाड़ों की पेशवाई का à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 6 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ निरंजनी अखााड़े के संतों ने तà¥à¤²à¤¸à¥€ चैक पर वैषà¥à¤£à¤µ अनी अखाड़ों की पेशवाई का à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। पेशवाई के तà¥à¤²à¤¸à¥€ चैक पहà¥à¤‚चने पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज, निरंजन पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज, आनंद पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बालकानंद गिरी महाराज, मां मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने पेशवाई में शामिल वैषà¥à¤£à¤µ संतों का फूल माला पहनाकर व पà¥à¤·à¥à¤ª वरà¥à¤·à¤¾ कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। इस दौरान निरंजन पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• रूप से à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ करने वाला कà¥à¤‚ठमेला सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का सबसे बड़ा परà¥à¤µ है। कà¥à¤‚ठमेले की दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¥à¤¯à¤¤à¤¾ से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होकर विदेशी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¥€ गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के लिठहरिदà¥à¤µà¤¾à¤° आते हैं। आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठके दौरान निकलने वाली अखाड़ों की पेशवाई शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के लिठआकरà¥à¤·à¤£ का केंदà¥à¤° और à¤à¤• ही सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर सिदà¥à¤§ संत महापà¥à¤°à¥‚षों के दरà¥à¤¶à¤¨ व आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का अवसर होती है। वैषà¥à¤£à¤µ संतों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते हà¥à¤ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धरà¥à¤® व à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ में वैषà¥à¤£à¤µ अखाड़ों की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– à¤à¥‚मिका है। अखाड़ों की गौरवशाली परंपराà¤à¤‚ सनातन धरà¥à¤® की महानता को पूरे विशà¥à¤µ में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करती हैं। कà¥à¤‚ठमेले में देशà¤à¤° से आने वाले तपसà¥à¤µà¥€ संतो के दरà¥à¤¶à¤¨ मातà¥à¤° से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿ दूर हो जाते हैं। कà¥à¤‚ठमेले के दौरान पतित पावनी मां गंगा के अमृतमयी जल में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ व आचमन करने का अवसर à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। मां मनसा मंदिर देवी टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· व निरंजनी अखाड़े के कà¥à¤‚ठमेला पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि 12 वरà¥à¤· के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ होने वाले कà¥à¤‚ठमेले के दौरान गंगा तट पर सà¤à¥€ तेरह अखाड़ों के संत महापà¥à¤°à¥‚षों के सानिधà¥à¤¯ में गंगा तटों पर होने वाले धारà¥à¤®à¤¿à¤• अनà¥à¤·à¥à¤ ान विशà¥à¤µ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संत महापà¥à¤°à¥‚षों के जप तप तथा आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के चलते à¤à¤¾à¤°à¤¤ की विशà¥à¤µ गà¥à¤°à¥‚ के रूप में विशेष पहचान है। संतो के आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से पूरा विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हो रहा है। सà¥à¤µà¤¾à¤—त करने वालों में शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त दिनेश गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त ओंकार गिरी, महंत केशवपà¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राधेगिरी, महंत शंकरानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, महंत मनीष à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ आदि संतजन शामिल रहे।