मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तीरथ सिंह रावत ने केनà¥à¤Ÿ रोड सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कैंप कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी को केदार सिंह रावत परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। सी.पी. à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ विकास केनà¥à¤¦à¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी को गायन के माधà¥à¤¯à¤® से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ वन संरकà¥à¤·à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोक चेतना विकसित करने के लिठयह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° दिया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
देहरादून 10 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 2021 , मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तीरथ सिंह रावत ने केनà¥à¤Ÿ रोड सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कैंप कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी को केदार सिंह रावत परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। सी.पी. à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ विकास केनà¥à¤¦à¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी को गायन के माधà¥à¤¯à¤® से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ वन संरकà¥à¤·à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोक चेतना विकसित करने के लिठयह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° दिया गया। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तीरथ सिंह रावत ने कहा कि नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी अपने गीतों के माधà¥à¤¯à¤® से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, पौराणिकता, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ को लेकर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ को विशेष पहचान दिलाई है। यह सबके लिठगरà¥à¤µ की बात है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ केदार सिंह रावत परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° दिया जा रहा है। अपने गीतों के माधà¥à¤¯à¤® से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ की उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अलख जगाई। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ चेतना के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोगों में जागरूकता है, लेकिन परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के लिठहमें और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करने होंगे। जल संरकà¥à¤·à¤£ की दिशा में à¤à¥€ अनेक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ की जरूरत है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ जैव विविधताओं वाला पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ है। जैव विविधता की वजह से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤• अलग पहचान है। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के केदार सिंह रावत, चणà¥à¤¡à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ और राजà¥à¤¯ के अनेक लोगों ने महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया है। लोक गायक नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी ने कहा कि अपने गीतों के माधà¥à¤¯à¤® से मैंने परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ चेतना से जागरूकता फैलाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया। गीतों के माधà¥à¤¯à¤® से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, लोक पंरपराओं à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को उजागर करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के लिठजागरूकता के साथ इस दिशा में और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ होने चाहिà¤à¥¤ इस अवसर पर बी.डी. सिंह, ओम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, गणेश खà¥à¤—शाल, रमेश थपलियाल आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।