Latest News

मानवीय ओर सराहनीय कार्यों से श्रद्धालुओं पर अपनी छाप छोड़ी कुम्भ मेला पुलिस


कुम्भ मात्र एक डुबकी नहीं यह तो सार है अध्यात्म का, फिर चाहे आप मां गंगा के चरणों मे अपनी श्रद्धा पावन स्नान से अर्पित करो या किसी असहाय को मां गंगा के तट पर पहुँचा कर।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

कुम्भ मात्र एक डुबकी नहीं यह तो सार है अध्यात्म का, फिर चाहे आप मां गंगा के चरणों मे अपनी श्रद्धा पावन स्नान से अर्पित करो या किसी असहाय को मां गंगा के तट पर पहुँचा कर। कुम्भ मेला पुलिस जो सजग सतर्क ओर अडिग है अपने कर्तव्य पथ पर, फिर चाहे वो कर्तव्य निर्वहन यातायात प्रबन्धन हो या गंगा घाट पर श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करता जवान सभी का अपना महत्व और गुरुता है, महाकुम्भ अविराम अपने पथ पर अविरल बढ़ रहा है लाखों की संख्या में श्रद्धालु माँ गंगा में डुबकी लगा खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं वही अनेक ऐसे भी श्रद्धालु हैं जो दिव्यांग, बुजर्ग अथवा असहाय होने से सड़क पार कर घाटों में पहुँचने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं उन सभी को सकुशल पावन स्नान कराने का कार्य कर रहें है कुम्भ मेला पुलिस के जवान जो प्रतिदिन ही अनेक भक्तो को सहायता प्रदान कर पावन पर्व में डुबकी लगवा रहे हैं और कर्तव्य निर्वहन के साथ ही मानवीय कायों से माँ गंगा का आशीर्वाद प्राप्त कर रहें है।।

Related Post