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कुंभ मेला आयोजन कराने के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र-महंत रामदास


श्री ज्ञान गंगा गौशाला के अध्यक्ष महंत रामदास महाराज ने कहा है कि यज्ञ कर्मकांड की विधि है। जो परमात्मा द्वारा ही हृदय में संपन्न होती है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 19 अप्रैल। श्री ज्ञान गंगा गौशाला के अध्यक्ष महंत रामदास महाराज ने कहा है कि यज्ञ कर्मकांड की विधि है। जो परमात्मा द्वारा ही हृदय में संपन्न होती है। जीव के अपने सत्य परिचय जो परमात्मा का अभिन्न ज्ञान और अनुभव है, यज्ञ की पूर्णता है। बैरागी कैंप स्थित ज्ञान गंगा गौशाला में आयोजित कोरोना नाशक महायज्ञ के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महंत रामदास महाराज ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी से संपूर्ण विश्व त्रस्त है। इसलिए जागरूक रहकर सभी को अपना बचाव करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ से निकलने वाला धुंआ जहां जहां अपना आवरण बनाता है। वहां का संपूर्ण वातावरण शुद्ध होकर भक्तिमय हो जाता है। पतित पावनी मां गंगा की असीम कृपा और कुंभ मेले के दौरान होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों से कोरोना महामारी का खात्मा होगा और विश्व में खुशहाली लौटेगी। महंत रामदास महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाईन का पालन करना सभी देशवासियों का कर्तव्य बनता है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चाहते हैं कि 27 अप्रैल का शाही स्नान संत महापुरूषों के आशीर्वाद से सकुशल संपन्न हो। महंत रामदास महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच कुंभ मेले का आयोजन कराने के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं और तीन शाही स्नान सकुशल संपन्न कराने में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार व कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल की अहम भूमिका रही है। महंत मनमोहन दास महाराज ने कहा कि विश्व शांति एवं कोरोना वायरस की समाप्ति हेतु यज्ञ का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि यज्ञ का प्रमुख उद्देश्य धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों को सत्य प्रयोजन के लिए संगठित करना भी है। परंतु कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख सीमित मात्रा में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का प्रयोग करते हुए यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ के माध्यम से पोष्टिक सुगंधित द्रव्य को अग्नि एवं वायु के माध्यम से समस्त संसार के लिए वितरित किया जाता है। वायु शोधन से सबको आरोग्य वर्धक सांस लेने का अवसर मिलता है। हवन में द्रवित हुए पदार्थ वायुभूत होकर प्राणी मात्र का कल्याण करते हैं और उनके स्वास्थ्य वर्धन एवं रोग निवारण मे सहायक होते हैं। उन्होंने कुंभ मेले में आने वाले सभी संत महापुरुष एवं श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैलते हुए विकराल रूप ले रहा है। इसीलिए कम से कम संख्या में हरिद्वार कुंभ मेले में आए और यदि संभव हो तो घर बैठे ही धार्मिक अनुष्ठान एवं संत दर्शन का लाभ लें। इस अवसर पर महंत राघवेंद्र दास, महंत दिनेश दास, उज्जैन श्री नाग छत्र ईश्वर महादेव मंदिर से आए आचार्य पंडित मनीष दुबे, पंडित गोपाल उपाध्याय, पंडित उदित जोशी, पंडित वैभव शुक्ला, पंडित तुषार शुक्ला, पंडित गौरव पंचोली, पंडित प्रखर इंदु आदि उपस्थित रहे।

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