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श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में आज अंतरराष्ट्रीय मधुमेह दिवस मनाया


श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में आज अंतरराष्ट्रीय मधुमेह दिवस मनाया गया। जिसका उद्घाटन हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपेंद्र कुमार चौधरी ने किया। इस अवसर पर ऋषिकेश एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर ब्रहम प्रकाश, हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सरोज नैथानी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार 17 नवंबर। श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल में आज अंतरराष्ट्रीय मधुमेह दिवस मनाया गया। जिसका उद्घाटन हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपेंद्र कुमार चौधरी ने किया। इस अवसर पर ऋषिकेश एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर ब्रहम प्रकाश, हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सरोज नैथानी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे । मिशन के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज के सानिध्य में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ शिवकुमार स्वामी दयाधिपानंद महाराज ने कार्यक्रम के बारे में बताया कि मिशन के चिकित्सकों ने 4 साल से लेकर 12 साल के बच्चों में हुई मधुमेह की बीमारी को लेकर महत्वपूर्ण शोध कार्य किया है । उन्होंने बताया कि मधुमेह से पीड़ित इन बच्चों को इस बीमारी के बारे में जागृत किया गया और इससे निपटने के उपाय बताए गए । इन बच्चों ने इन उपायों को जीवन में अपनाकर मधुमेह से लड़ाई जीती और यह बच्चे आज सामान्य बच्चों की तरह अपने कार्य में लगे हैं और पढ़ाई लिखाई कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में मधुमेह से पीड़ित बच्चों को बोलने का अवसर दिया। कार्तिकेय, सुशील, मयंक तथा अन्य बच्चों ने बताया कि उन्होंने कैसे मधुमेह से लड़ाई लड़ी और वह इस लड़ाई में जीतकर चैंपियन बने। उन्होंने कहा कि अपनी जीवनशैली बदल कर और प्रकृति के निकट जाकर मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है और इस बीमारी के खतरों से मुक्ति पाई जा सकती है। 10 साल के कार्तिकेय ने बताया कि वह कैसे डॉक्टर के अनुसार बताए रास्ते पर चलकर मधुमेह की बीमारी से मुकाबला कर रहा है और सामान्य जीवन जी रहा है। मयंक ने कहा कि वह मधुमेह से जीत कर चैंपियन बन गया है ।सुशील ने बताया कि मधुमेह की बीमारी से शुरू में उन्हें बहुत डर लगता था । अब वे धीरे धीरे मधुमेह की बीमारी से लड़ने के लिए हर समय तैयार रहते हैं और चिकित्सक की सलाह पर चलते हैं और सामान्य जीवन जी रहे हैं। मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि छोटे-छोटे बच्चों को भी मधुमेह की बीमारी ने घेर लिया है और वे मिशन के चिकित्सकों की चिकित्सा पद्धति के द्वारा इन बच्चों को मधुमेह से लड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मधुमेह बहुत तेजी के साथ भारत में पैर पसार रहा है । उन्होंने कहा कि मधुमेह से निपटने के लिए इसे एक जन अभियान के रूप में चलाया जाना चाहिए । जिलाधिकारी ने कहा कि मिशन के संतों और चिकित्सकों की सेवा भाव देखकर वे बहुत प्रभावित है और हम लोग मिशन का बहुत सम्मान करते हैं ।मिशन का मानव सेवा का कार्य अनुकरणीय है। इस अवसर पर अध्यक्षीय संबोधन में मिशन के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने कहा कि मिशन का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के नर सेवा नारायण सेवा के सिद्धांत का पालन करना है। विशिष्ट अतिथि के रुप में बोलते हुए एम्स ऋषिकेश के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर ब्रह्म प्रकाश ने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है और रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम इस दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि मधुमेह की बीमारी से सावधानियां बरतने पर बचा जा सकता है । हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सरोज नैथानी ने कहा कि हमारी भागमभाग की जिंदगी ने हमें अपने बारे में सोचने के लिए विमुख सा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में बदलाव लाकर मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है | इस अवसर पर मिशन के वरिष्ठ संत स्वामी मंजूनाथ महाराज वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर समीर चौधरी डॉक्टर दीपक डॉ अरुणा कुलकर्णी डॉक्टर राधिका नागरथ ,नर्सिंग डायरेक्टर मिनी योहान्नन फार्मेसिस्ट गोकुल सिंह सुधीर कुमार ,अमरजीत सिंह समेत कई लोग मौजूद थे। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी दीपेंद्र कुमार चौधरी ,स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज , डॉ शिवकुमार स्वामी दयाधिपानंद महाराज, डॉक्टर ब्रह्म प्रकाश और डॉक्टर सरोज नैथानी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

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