पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• तंतà¥à¤° जैविक à¤à¤µà¤‚ अजैविक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ से मिलकर बनी à¤à¤• इकाई है जो समसà¥à¤¤ जीवों के जीवन को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती है। यह इकाई हमारे चारों तरफ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ रहती हैं तथा हमारे जीवन में घटित सà¤à¥€ घटना इसी पर आधारित रहती हैं।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ शबà¥à¤¦ दोशबà¥à¤¦à¥‹à¤‚सेमिलकर बना है परीऔरआवरण। परी का अरà¥à¤¥ होता है हमारे चारों और à¤à¤µà¤‚ आवरण का अरà¥à¤¥ होता है हमें चारों ओर से घेरे हà¥à¤à¥¤ पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• तंतà¥à¤° जैविक à¤à¤µà¤‚ अजैविक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ से मिलकर बनी à¤à¤• इकाई है जो समसà¥à¤¤ जीवों के जीवन को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती है। यह इकाई हमारे चारों तरफ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ रहती हैं तथा हमारे जीवन में घटित सà¤à¥€ घटना इसी पर आधारित रहती हैं। जीवों की समसà¥à¤¤ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· या अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· रूप से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को ही पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और जीव का संबंध अनà¥à¤¯à¥‹à¤¨à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤¿â€à¤¤ है।विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠपूरे विशà¥à¤µ में मनाया जाता है।विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस मनाने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानव जाति को जागरूक करना à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ पृथà¥à¤µà¥€ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ करना है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° ने परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतॠवरà¥à¤· 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° महासà¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में चरà¥à¤šà¤¾ के बाद शà¥à¤°à¥‚ किया गया था। 5 जून 1974 को पहला विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस मनाया गया।यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®(UNEP) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चलाया जाता है। विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस 2021की थीम "पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•à¥€ तंतà¥à¤° बहाली" है। इसलिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की बहाली का संकलà¥à¤ª लेना चाहिà¤à¥¤ विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से पृथà¥à¤µà¥€ गà¥à¤°à¤¹ से सà¤à¥€ तरह के परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संबंधित मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को दूषित करने वाले सà¤à¥€ कारकों को हटाने के लिठतथा इस पृथà¥à¤µà¥€ को सà¥à¤‚दर बनाने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ हेतॠकिया गया है। अत: हमें परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ रखना होगा। हमें अपने आस-पास पेड़ पौधे लगाने होंगे। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने के लिये हमें कम से कम मातà¥à¤°à¤¾ में पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करना होगा। जब हमें जरूरत न हो पंखे, लाइट à¤à¤µà¤‚ बिजली से चलने वाली हर चीज को बंद कर देना चाहिà¤à¥¤ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमें पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों का विवेकपूरà¥à¤£ उपयोग करना होगा तथा वन à¤à¤µà¤‚ वनà¥à¤¯ जीवों का संरकà¥à¤·à¤£ करना होगा। तà¤à¥€ हम इस धरा को बचा सकते हैं। पृथà¥à¤µà¥€ हमारी धरोहर है, इसकी रकà¥à¤·à¤¾ करना हमारा करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ने हमें बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की है जो सीमित है। किनà¥à¤¤à¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने अविवेकपूरà¥à¤£ कृतà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से बहà¥à¤¤ निरà¥à¤¦à¤¯à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• इस समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ का दोहन किया। जिससे पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• असनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पैदा होती जा रही है। जिसके चलते à¤à¥‚कमà¥à¤ª, अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• वरà¥à¤·à¤¾, सूखा, बाॠऔर अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को बचाने के लिठहमसब को मिलकर संकलà¥à¤ª लेना होगा। हम वरà¥à¤·à¤à¤° में कम से कम à¤à¤• पौधा अवशà¥à¤¯ लगाà¤à¤‚ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पेड़ पौधों से ही हमें पà¥à¤°à¤¾à¤£ वायॠऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है जो जीवन के लिये अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है और कोरोना काल में जिसका हमें à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ à¤à¥€ हो गया है। चूंकि वृकà¥à¤· हमें बचाते है इसलिये हमारा à¤à¥€ दायितà¥à¤µ है हम उनका संरकà¥à¤·à¤£ करें। गिनती के ही लोग हैं जो परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ को अपना जीवन समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। उनमें से ही à¤à¤• हिमालय के रकà¥à¤·à¤• और वृकà¥à¤· पà¥à¤°à¥à¤· सà¥à¤‚दरलाल बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ हैं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अपना समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ जीवन परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को बचाने के लिये à¤à¤• आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की और वह आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ था हिमालयी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में हà¥à¤† महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ चिपको आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ । चिपको आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ 1970 में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¤µà¤¿à¤¦à¥ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤²à¤¾à¤² बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾, कामरेड गोविनà¥à¤¦ सिंह रावत, चणà¥à¤¡à¥€à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ तथा शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ गौरादेवी के नेतृतà¥à¤µ मे हà¥à¤ˆ थी। जिसने पूरे विशà¥à¤µ को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠजागृत करने का कारà¥à¤¯ किया। इसलिये आज आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनो के संरकà¥à¤·à¤£ की। मानवीय हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª के कारण आज परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ संकट बà¥à¤¤à¤¾ जा रहा है । इसलिये हमारा करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है हम परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° रखें ,जनà¥à¤¤à¥à¤“ं के संरकà¥à¤·à¤£ में सहयोग करें साथ ही विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षणों से पृथà¥à¤µà¥€ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखें । अत: वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूक होना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। तà¤à¥€ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बचाया जा सकता है। और यही उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ à¤à¥€ है इन दिवसों को मनाने का ।