परमारà¥à¤¥ निकेतन में हिमालय परिवार कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ का आयोजन किया गया जिसमें दो दिनों तक हिमालय संरकà¥à¤·à¤£ पर चिंतन व विवेचन किया जायेगा।
रिपोर्ट - allnewsBharat.com
ऋषिकेश, 23 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन में हिमालय परिवार कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ का आयोजन किया गया जिसमें दो दिनों तक हिमालय संरकà¥à¤·à¤£ पर चिंतन व विवेचन किया जायेगा। इस अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, à¤à¥‚पेनà¥à¤¦à¥à¤° कंसल राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ हिमालय परिवार, वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ पाठक राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€, à¤à¥à¤µà¤¨ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ सह समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• और अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया। हिमालय संरकà¥à¤·à¤£, चिंतन व विवेचना समिट में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने हिमालय संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की à¤à¤¾à¤—ीदारी विषय पर उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ दिया। अनà¥à¤¯ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने à¤à¥€ ’हिमालय के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ चेतना’ विषय पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। इस अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अमेरिका से आये शà¥à¤°à¥€ समीर à¤à¤‚साली और शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ à¤à¤‚साली जी को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया। शà¥à¤°à¥€ à¤à¤‚साली जी à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पराली से होने वाले वायॠपà¥à¤°à¤¦à¥‚षण को कम करने हेतॠà¤à¤—à¥à¤°à¥€ बोरà¥à¤¡ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ के माधà¥à¤¯à¤® से पराली से बोरà¥à¤¡ बनाकर 2022 तक पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• परिवार का अपना घर हो को साकार करने में योगदान पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहे है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी का यह संकलà¥à¤ª है कि वरà¥à¤· 2022 तक पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• परिवार का अपना घर होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ है कि आज हिमालय परिवार हिमालय की गोद और माठगंगा के पावन तट पर बैठकर हिमालय संरकà¥à¤·à¤£ के लिये चिंतन कर रहा है। हिमालय पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को जीवन पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहा है। हिमालय को हमें जानना होगा और उसके दरà¥à¤¦ को महसूस करना होगा। हिमालय, देवतà¥à¤µ से à¤à¤°à¤¾ है, हिमालय अपने लिये नहीं अपनो के लिये जीता है। हमें à¤à¥€ अब हिमालय के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कृतजà¥à¤ž होना होगा। कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾, अरà¥à¤ªà¤£, तरà¥à¤ªà¤£ और समरà¥à¤ªà¤£ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ है। हिमालयन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और हिमालय दृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¥€ यही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी महाराज ने कहा कि हिमालय है तो हम है, हिमालय है तो गंगा है और हिमालय है तो नदियाठहै। जंगल, नदी की माठहंै कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ पेड़ होंगे तो जंगल होगा और जंगल होगा तो ही जल का संरकà¥à¤·à¤£ हो सकता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बैंक बिना पैसों का नहीं हो सकता, बिना पेड़ों के जंगल नहीं हो सकता उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बिना जल के नदियां नहीं हो सकती और जल व वायॠके बिना जीवन नहीं हो सकता। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने हिमालय के संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠकई सà¥à¤à¤¾à¤µ दिये। साथ ही हिमालय परिवार के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया और कहा कि पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• का उपयोग न करें कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ इससे पहाड़ों के नैसरà¥à¤—िक विकास में बाधा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होती है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने हिमालय परिवार के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को हिमालय की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिये वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£, जल के सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ के संरकà¥à¤·à¤£ तथा à¤à¤•à¤² उपयोग पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• का उपयोग न करनें का संकलà¥à¤ª कराया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने हिमालय परिवार कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ में सहà¤à¤¾à¤— हेतॠआये विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा à¤à¥‡à¤‚ट किया। इस अवसर पर राजी सिंह, जय किशन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, जयंति ठाकà¥à¤°, सà¥à¤®à¥‡à¤¶ लिलौटिया, डाॅ राकेश शरà¥à¤®à¤¾, रवि तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, मà¥à¤¨à¥‡à¤¶ दहिया, राजेश बजाज, दमयंती रावत, सà¥à¤§à¤¾ शरà¥à¤®à¤¾, राज शरà¥à¤®à¤¾, अजय वाधवा, मीरा तोंगरिया, पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ राजपूत, अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• मिशà¥à¤°à¤¾, सà¥à¤¶à¥€à¤²à¤¾ रावत, किरण तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, तरूण जैन, राजेश अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², उजà¥à¤µà¤² गोयल, वरà¥à¤·à¤¾ जैन, संजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, आरà¥à¤¯à¤¨ जैन, तरूण जैन, कैलाश जैन, महेश गोयल और अनà¥à¤¯ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने सहà¤à¤¾à¤— किया।