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"हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक नगर, सिटी मजिस्ट्रेट, नगर आयुक्त वअधिशासी अभियंता सिंचाई खंड" के ठेंगे पर जिलाधिकारी के आदेश"


23 फरवरी 2021 को आदेश पारित करते हुए एक समिति का गठन किया जिसमें पुलिस अधीक्षक नगर, सिटी मजिस्ट्रेट,नगर आयुक्त व अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड को आदेशित किया गया था कि गठित समिति निरक्षण उपरांत सार्वजनिक स्थलों पर हुए अतिक्रमण को तत्काल हटाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करेगी तथा अनुपालन क्रम में अपनी सुष्पष्ट संयुक्त रिपोर्ट एक सप्ताह में अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगी।

रिपोर्ट  - à¤…जय शर्मा

हरिद्वार( अजय शर्मा) कोरोना काल में अधिकारी किस तरह निरंकुश व बेलगाम होते जा रहे हैं इसकी बानगी देखिए. आम जनता पर नियम कायदों का हंटर चलाने वाले अधिकारी जनहित को दरकिनार कर देश की सबसे बडी कोर्ट ( माननीय उच्चतम न्यायालय) के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाते हैं तो जिले के सर्वो सर्वा( जिलाधिकारी) के आदेश को उनके अधीनस्थ ठेंगा दिखा रहे हैं। आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्द अति संबेदनशील हरकी पौड़ी औऱ इसके आसपास के क्षेत्र में स्थायी/अस्थायी अतिक्रमणों की भरमार है। इस क्षेत्र में आये दिन लाखों की तादात में तीर्थ श्रदालुओ का आवागमन होता है। अव्यवस्थाओं व अतिक्रमण के चलते भगदड़ के कारण अब तक सैंकड़ों आस्थावान श्रदालु मौत के आगोश में समा चुके हैं जिमेदार अधिकारी और विभाग जिन पर अतिक्रमण को हटाने व सुचारु व्यवस्था का जिम्मा है वही अतिक्रमण कारियों से गठजोड़ कर इन्हें संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए- ग्राम हरिपुरकलां जनपद-देहरादून के जागरूक नागरिक/समाजिक कार्यकर्ता रामेश्वर गौड़ ने इस बात की शिकायत साक्ष्यों सहित हरिद्वार के जिलाधिकारी सी. रविशंकर से की थी के क्रम में जिलाधिकारी ने दिनाँक-23 फरवरी 2021 को आदेश पारित करते हुए एक समिति का गठन किया जिसमें पुलिस अधीक्षक नगर, सिटी मजिस्ट्रेट,नगर आयुक्त व अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड को आदेशित किया गया था कि गठित समिति निरक्षण उपरांत सार्वजनिक स्थलों पर हुए अतिक्रमण को तत्काल हटाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करेगी तथा अनुपालन क्रम में अपनी सुष्पष्ट संयुक्त रिपोर्ट एक सप्ताह में अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगी। लेकिन बिडम्बना देखिये की आज तक गठित समिति ने जिलाधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखाकर न तो चिन्हित अतिक्रमण हटाये औऱ न ही कोई अनुपालन आख्या ही उपलब्ध कराई है जिससे अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद हैं और अतिक्रमण यथावत हैं |

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