हमारी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• धरोहर à¤à¤µà¤‚ परंपरा का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हम सबकी सामूहिक जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® केवल सरकारी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® तक ही सीमित न रहे। इसे जन -जन का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® बनाने के लिठलोगों को जागरूक किया जाà¤à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¤¾ हेलीपैड के निकट à¤à¤®.डी.डी.ठसिटी पारà¥à¤• में वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ किया। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का लोकपरà¥à¤µ हरेला समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾, हरियाली à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का परà¥à¤µ है। यह परà¥à¤µ हमारी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• धरोहर à¤à¤µà¤‚ परंपरा का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हम सबकी सामूहिक जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® केवल सरकारी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® तक ही सीमित न रहे। इसे जन -जन का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® बनाने के लिठलोगों को जागरूक किया जाà¤à¥¤ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ के साथ ही उनका संरकà¥à¤·à¤£ हो इस ओर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने जनता से आगà¥à¤°à¤¹ किया कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ से à¤à¥‡à¤‚ट के लिठलोग बà¥à¤•à¥‡ न दें। बà¥à¤•à¥‡ की जगह पर पौधा à¤à¥‡à¤‚ट करें। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• सà¥à¤¤à¤° पर वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ हो हरेला परà¥à¤µ पर हमें यह संकलà¥à¤ª लेना है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ और संवरà¥à¤§à¤¨ के लिठअनेक सराहनीय पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठगà¤à¥¤ हमारी à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¥€ को हरा à¤à¤°à¤¾ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मिले, इस दिशा में हमें लगातार पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करने होंगे। जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ के सूखने पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने चिनà¥à¤¤à¤¾ जताते हà¥à¤ कहा कि जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€à¤µà¤¨ की दिशा में पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करने होंगे। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का केंदà¥à¤° à¤à¥€ है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की धरती से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश विशà¥à¤µà¤à¤° में जाà¤à¥¤ वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ à¤à¤µà¤‚ अनेक सामाजिक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से हम सबको अपना योगदान देना होगा । उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड राजà¥à¤¯ बनने के बाद यहां के धारà¥à¤®à¤¿à¤• परंपराà¤à¤‚, रीति रिवाज का वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° हà¥à¤† है। वन à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विकास के साथ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संतà¥à¤²à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठजा रहे हैं। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड का संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ विकास हो यह हम सबकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कà¥à¤› कारà¥à¤¯ आतà¥à¤® संतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ के लिठà¤à¥€ होने चाहिà¤à¥¤ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के साथ छेड़छाड़ का परिणाम आज सबके सामने है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ अनेक रूपों में बदला जरूर लेती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की धरती लोगों की आसà¥à¤¥à¤¾ का केंदà¥à¤° है।