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अगर गुरु नहीं तो शिष्य भी नहीं, अर्थात गुरु के बिना शिष्य का कोई अस्तित्व नहीं होता : महंत दुर्गा दास महाराज


श्री माता वैष्णव शक्ति भवन में महंत दुर्गा दास महाराज ने वेदमन्त्रों के साथ गुरु का पूजन किया गुरु इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अगर गुरु नहीं तो शिष्य भी नहीं, अर्थात गुरु के बिना शिष्य का कोई अस्तित्व नहीं होता है।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार श्री माता वैष्णव शक्ति भवन में महंत दुर्गा दास महाराज ने वेदमन्त्रों के साथ गुरु का पूजन किया गुरु इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अगर गुरु नहीं तो शिष्य भी नहीं, अर्थात गुरु के बिना शिष्य का कोई अस्तित्व नहीं होता है। प्राचीन काल से गुरु और उनका आशीर्वाद, भारतीय परंपरा और संस्कृति का अभिन्न अंग है। प्राचीन समय में गुरु अपनी शिक्षा गुरुकुल में दिया करते थे। गुरु से शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात शिष्य उनके पैर स्पर्श करके उनका आशीर्वाद लेते थे। गुरु का स्थान माता – पिता से अधिक होता है।

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