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75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे ’’आजादी का अमृत महोत्सव’’


हरिद्वार चण्डीघाट रिवर फ्रण्ट डेवलेपमेंट परियोजना पर रग-रग में गंगा एवं गंगा की अविरल यात्रा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार: स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे ’’आजादी का अमृत महोत्सव’’ के अन्तर्गत हरिद्वार चण्डीघाट रिवर फ्रण्ट डेवलेपमेंट परियोजना पर रग-रग में गंगा एवं गंगा की अविरल यात्रा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वन्दना एवं मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलन करते हुये मा0 मंत्री, पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना, विशन सिंह चुफाल, मंत्री भाषा पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, ग्राम्य विकास स्वामी यतीश्वरानन्द एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने किया। इस अवसर पर मंत्री, पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना, विशन सिंह चुफाल, मा0 मंत्री भाषा पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, ग्राम्य विकास स्वामी यतीश्वरानन्द सहित गणमान्य अतिथियों का माला पहनाकर, अंगवस़्त्रम् एवं प्रतीक चिह्न भेटकर भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम को विडियो के माध्यम से सम्बोधित करते हुये प्रहलाद सिंह पटेल,, राज्यमंत्री जलशक्ति मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, यह हम सबका संकल्प होना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास गंगा को प्रदूषण से बचाने का होना चाहिये। उन्होंने कहा कि गन्दे पानी को रोककर ही गंगा शुद्ध व साफ रह सकती है। उन्होंने कहा कि केवल सरकारी अभियान से ही गंगा को शुद्ध रखने का कार्य नहीं हो सकता है, इसके लिये सभी व्यक्तियों व संस्थाओं की सहभागिता बहुत आवश्यक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगस्त, 2023 तक निर्मल गंगा का हमारा संकल्प पूरा होगा। मंत्री, पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना, विशन सिंह चुफाल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तराखण्ड की इस देवभूमि में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नमामि गंगे द्वारा अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, इसके लिये नमामि गंगे परिवार से जुड़े सभी को बधाई। उन्होेंने कहा कि पांच वर्ष पूर्व गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिये जो कार्यक्रम शुरू किये गये, वे आज धरातल पर उतर रहे हैं। उन्होेंने कहा कि नमामि गंगे द्वारा जिस तरह गंगा को स्वच्छ रखने के लिये विभिन्न कार्य किये गये, उससे मां गंगा को निर्मल बनाने में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने में जनता की सहभागिता भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब लोगों में जागरूकता आ रही है तथा संस्थायें एवं लोग गंगा को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। विशन सिंह चुफाल ने कहा कि मां गंगा आस्था के साथ जुड़ी होने के अलावा करोड़ों लोगों को रोजी-रोटी भी देती है। उन्होंने कहा कि अगर गंगा प्रदूषित होती है, तो करोड़ों लोगों के रोजगार पर भी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि गंगा के साथ ही अन्य सहायक नदियों को भी प्रदूषण मुक्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रेरणादायी कार्यक्रम भविष्य में भी किये जाने चाहिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी यतीश्वरानन्द मंत्री भाषा पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, ग्राम्य विकास ने की। समारोह को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि आजादी का यह अमृत महोत्सव दो साल तक चलेगा। उन्होंने कहा कि सैकड़ों माताओं-बहनों, भाईयों आदि के बलिदान के फलस्वरूप हमें यह आजादी मिली है। उन्होंने नमामि गंगे के अधिकारियों को बधाई देते हुये कहा कि अमृत महोत्सव के अन्तर्गत देश में सबसे पहला कार्यक्रम हरिद्वार के चण्डी घाट पर आयोजित हो रहा है। इससे लोग प्ररेणा लेंगे। उन्होंने कहा कि गंगा हमारी मोक्षदायिनी है तथा हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम गंगा को प्रदूषित नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाने के लिये संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि गंगा हमें तभी आशीर्वाद देगी, जब हम इसे साफ रखेंगे। इस मौके पर उन्होंने सभी उपस्थित समुदाय को गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई। उदय राज सिंह, अपर सचिव, पेयजल एवं कार्यक्रम निदेशक, राज्य परियोजना प्रबन्धन ग्रुप, नमामि गंगे उत्तराखण्ड ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्ष 2014 से नमामि गंगे के तहत जितनी भी योजनायें चल रही है, वे लगभग पूर्ण हो चुकी हैं तथा भारत सरकार ने भी इसकी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने की जो अलख यहां जगाई गयी है, उसका सन्देश पूरे देश में जायेगा। रोजी अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक(वित्त), राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, नई दिल्ली द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि गंगा करोड़ों लोगों की जीवन रेखा रही है। उन्होंने कहा कि गंगा के सभी नाले टैप कर दिये गये हैं। उन्होंने गंगा को स्वच्छ रखने के प्रयासों में सभी लोगों से सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गंगा की अविरलता के लिये नमामि गंगे द्वारा किये गये कार्यों को एक लघु फिल्म के माध्यम से दिखा गया। इस मौके पर सर्वशक्ति सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था, देहरादून द्वारा राष्ट्र को समर्पित संगीतमय नाटक का मंचन किया, जिसमें देश को स्वतंत्र कराने में आजादी के वीर सपूतों ने जो बलिदान दिया, उसको सजीव रूप से प्रदर्शित किया गया। समारोह में भारतीय वन्य जीव संस्थान, सम्भव विचार मंच द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रदूषण फैलाने की लोगों की आदतों पर कटाक्ष किया गया, जिससे चारों तरफ तरह-तरह का प्रदूषण फैल रहा है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से गंगा को स्वच्छ रखने का आह्वान किया गया। . सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अन्तर्गत समारोह में ’’रग-रग में गंगा’’ शीर्षक से गंगा के सम्बन्ध में एक वीडियो फिल्म का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। इस मौके पर ई-मैक संस्था के बाल कलाकारों द्वारा राष्ट्र को समर्पित कार्यक्रम की प्रस्तुति दी, जिसमें देश की रक्षा के लिये सैनिकों द्वारा अपने प्राणों की बाजी लगा देने को दर्शाया गया। समारोह के आखिर में राष्ट्रगान हुआ, गंगा को स्वच्छ रखने हेतु हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस मौके पर मंत्री, पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना, विशन सिंह चुफाल, मंत्री भाषा पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, ग्राम्य विकास स्वामी यतीश्वरानन्द ने चण्डीघाट परिसर में पीपल के वृक्ष का रोपण भी किया। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि, डी0एफ0ओ0 नीरज कुमार, पूरन कापड़ी, संचार विशेषज्ञ, नमामि गंगे, ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा के अधिशासी अभियन्ता रामजी लाल, अधिशासी अभियन्ता अमृत योजना मदन सेन, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान आर0के0 जैन, अजय कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम मौ0 मीसम, शिखर पालिवाल, रामेश्वर गौड़, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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